Edited By swetha,Updated: 24 Sep, 2018 04:10 PM
देश के गरीब लोगों को महंगे इलाज की सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा रविवार शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना पंजाब में लागू नहीं होगी। मई 2018 में शिमला में एमओयू साइन करवाने के लिए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा को भी बुलाया गया था...
चंडीगढ़ः देश के गरीब लोगों को महंगे इलाज की सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा रविवार शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना पंजाब में लागू नहीं होगी। मई 2018 में शिमला में एमओयू साइन करवाने के लिए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा को भी बुलाया गया था लेकिन उन्होंने साइन करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पंजाब सरकार पहले से इस प्रकार के कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने सवाल उठाया था कि केंद्र सरकार ऐसे कार्यक्रमों में पंजाब को 60 :40 के अनुपात में पैसा देती है जो वाजिब नहीं है।
पंजाब में पहले से चल रही भगत पूरन सिंह योजना
पंजाब में भगत पूरन सिंह योजना चल रही है। इस योजना के तहत नीले कार्डधारकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए 216 निजी और 214 सरकारी अस्पतालों में 50 हजार रुपए तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा दी जाती है। इस योजना के तहत सीमांत किसानों, निर्माण श्रमिकों और छोटे व्यापरियों को भी शामिल किया गया है। सूबे में 28.05 लाख नीले कार्डधारक हैं। योजना का लाभ लेने के लिए लोगों को सिर्फ 20 रुपए देने होते हैं।