Edited By Vatika,Updated: 22 Mar, 2021 10:29 AM
सांसद गुरजीत सिंह औजला ने आज फिर संसद में कपड़ा उद्योग को बचाने के लिए आवाज बुलंद की।
अमृतसर(कमल): सांसद गुरजीत सिंह औजला ने आज फिर संसद में कपड़ा उद्योग को बचाने के लिए आवाज बुलंद की। औजला ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अमृतसर को उद्योग के मामले में दोहरी मार झेलनी पड़ी है। धीरे-धीरे उद्योग गुजरात और महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों में चला गया। सुविधाओं की कमी और सबसिडी न होने के कारण कपड़ा प्रसंस्करण इकाइयां भी बंद हो गईं।
वर्तमान में केवल 15 प्रसंस्करण इकाइयां शेष हैं। हालांकि अमृतसर एक सीमावर्ती जिला है, लेकिन हवाई अड्डे की कनैक्टिविटी के मामले में औद्योगिक कनैक्टिविटी की बहुत अधिक संभावना है, लेकिन यह केंद्र सरकार की मदद के बिना संभव नहीं है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अमृतसर के उद्योग को बचाने के लिए विशेष पैकेज की मांग की और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं जवाब में, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 10 वर्षों में कपड़ा उद्योग को कोई पैकेज न मिलने के कारण, इनमें से 40 से 50 प्रतिशत औद्योगिक इकाइयां दूसरे रा’यों में चली गई हैं। सरकार ने अब कपड़ा उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए बंद इकाइयों को सबसिडी देने के लिए एक कपड़ा आयुक्त की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है।