Edited By Vaneet,Updated: 21 Jun, 2018 10:06 PM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अवैध खनन माफिया के आम आदमी पार्टी (आप) के रोपड़ विधायक पर आज किए हमले को ...
चंडीगढ़: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अवैध खनन माफिया के आम आदमी पार्टी (आप) के रोपड़ विधायक पर आज किए हमले को लेकर उपायुक्त से विस्तृत रिपोर्ट मांगी। पंजाब सरकारी की विज्ञप्ति के अनुसार घटना का गंभीर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी भी हालत में राज्य में अराजकता को सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने उपायुक्त को इस मामले से संबंधित तथ्यों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा। विज्ञप्ति के अनुसार हालांकि विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पर हुए हमले के संबंध में पुलिस ने तेजी से कार्यवाही करते हुए तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है परंतु कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने बाकी संदिग्धों पर भी कार्यवाही करने का निर्देश पुलिस महानिदेशक को दिया।
विधायक के साथ तैनात दो पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में स्थानांतरित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इस समूचे घटनाक्रम में उनकी भूमिका की जांच करने के लिए भी पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं। आज दोपहर हुए हमले में अमरजीत सिंह के अलावा उनका गनमैन हेड कांस्टेबल सुखदीप सिंह भी घायल हो गया है। उनको सिविल अस्पताल श्री आनंदपुर साहिब में ले जाया गया जहां से अमरजीत सिंह को चेकअप के लिए पीजीआई चंडीगढ़ में भेज दिया गया है क्योंकि उन्होंने अपनी छाती में दर्द की शिकायत की थी। प्रकरण में बेईहारा गांव के अजविंद्र सिंह के तीन रिश्तेदारों जसविंद्र सिंह गोल्डी, मनजीत सिंह और अमरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास से एक काले रंग की एक्स यू वी गाड़ी और 12 बोर की 2 बंदूकें भी बरामद की गई हैं। अजविंद्र और एक अन्य आरोपी बचित्तर सिंह घटना के बाद फरार हो गए हैं।
शिअद, भाजपा, आप नेताओं ने की विधायक पर हमले की आलोचना
अकाली दल (शिअद), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आप नेताओं ने कड़ी निंदा की। शिअद नेता और पूर्व मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने यहां जारी बयान में कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि के खिलाफ ङ्क्षहसा की घटना निंदनीय है हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि घटना के वास्तविक कारणों को समझने के लिए मामले की न्यायिक जांच करवानी चाहिए क्योंकि घटनास्थल के वीडियो प्रमाण से दिख रहा है कि हमलावर आप समर्थक ही थे जो विधायक की ‘जबरन वसूली’ का विरोध कर रहे थे। डा. चीमा ने कहा कि विधायक पर हमले के समय लोग उन पर वसूली के गंभीर आरोप लगा रहे थे जिनकी जांच की जानी चाहिए। डा. चीमा ने यह भी कहा कि आरोपी अजविंदर सिंह (फरार) ने 2017 के विधानसभा चुनावों के समय संदोआ की उम्मीदवारी का समर्थन किया था और उन्हें नोटों की माला पहनाई थी।