Edited By Sunita sarangal,Updated: 01 May, 2020 03:25 PM
प्राप्रटी के झगड़े के चलते थाना में दो पक्षों में धक्का-मुक्की हो गई। एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने दूसरे पक्ष के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की......
जालंधर(वरुण): प्राप्रटी के झगड़े के चलते थाना में दो पक्षों में धक्का-मुक्की हो गई। एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने दूसरे पक्ष के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की और समझौते पर दस्तखत करने का दबाव बनाया। उन्हें थाने से धक्के मार कर बाहर निकाला गया और करीब आधा दर्जन युवकों ने घर वापस आते समय उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया।
अस्पताल में उपचाराधीन पंडित अर्जुन कुमार निवासी धोगड़ी रोड न्यू हरगोबिन्द नगर ने बताया कि उसके बड़े भाई ने घर की रजिस्ट्री एक डॉक्टर के नाम पर की थी लेकिन पावर ऑफ अटार्नी उसकी भाभी के नाम पर थी। डॉक्टर ने उसके भाई को कुछ पैसे भी दिए थे लेकिन इस दौरान उसकी भाभी और फिर भाई की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि दोनों की मौत से पहले भतीजा मोनू मकान बेचने के पक्ष में नहीं था। मोनू की सभी बहनों की शादी हो चुकी है और वह अकेला ही उस घर में रहता है।
आरोप यह है कि कुछ दिनों से मोनू पर जबरदस्ती घर खाली करने के लिए दबाव डाला जा रहा था, जबकि डॉक्टर की पत्नी ने भी उसके घर आकर काफी विवाद किया। इस कारण पुलिस ने दोनों पक्षों को थाना नंबर 8 में बुलाया था। अर्जुन अपने भतीजे मोनू को साथ लेकर थाने गया लेकिन वहां पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की और राजीनामे पर दस्तखत करने के लिए दबाव डाला।
उसने दस्तखत करने से इंकार कर दिया तो थाने में उनके साथ मारपीट की गई और पुलिस कर्मचारी ने मोनू को थप्पड़ मार दिया। जैसे ही वह वहां से बाहर निकल कर कुछ दूरी पर पहुंचे तो वहां करीब आधा दर्जन युवकों ने उसकी स्कूट्री बाइक से टक्कर मार कर गिरा दी। इस दौरान हमलावरों ने तेजधार हथियारों से हमला कर अर्जुन को घायल कर दिया और फरार हो गए।
पंडित अर्जुन को अस्पताल भर्ती करवाया गया। सूचना मिलते ही थाना 8 की पुलिस ने घायल का बयान दर्ज कर लिया। इस दौरान अर्जुन कुमार ने कहा कि अगर भविष्य में उस पर कोई हमला होता है तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। इस दौरान थाना 8 के इंचार्ज सुखजीत सिंह ने बताया कि डा. बी.डी. शर्मा और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने थाने के अंदर हुए किसी भी विवाद या झगड़ा की बात से इंकार किया है।