Edited By Updated: 07 May, 2017 11:54 AM
पुलिस की तरफ से भ्रूण हत्या के मामले में पर्चा दर्ज करने का डरावा देकर पातड़ां के काफी कैमिस्ट, लैबोरेटरी और इससे संबंधित काम करने वालों से लाखों रुपए रिश्वत लेने का मामला सामने आया है, जिस पर डी.जी.पी. हरियाणा के ध्यान में यह मामला लाने के बाद...
शुतराणा/पातड़ां अडवानी): पुलिस की तरफ से भ्रूण हत्या के मामले में पर्चा दर्ज करने का डरावा देकर पातड़ां के काफी कैमिस्ट, लैबोरेटरी और इससे संबंधित काम करने वालों से लाखों रुपए रिश्वत लेने का मामला सामने आया है, जिस पर डी.जी.पी. हरियाणा के ध्यान में यह मामला लाने के बाद चौकसी विभाग ने एक ए.एस.आई. के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस झूठे केस में फंसे डा. अशोक ने सी.बी.आई. जांच करवाने के लिए हाईकोर्ट में पटीशन दायर की है।
पातड़ां शहर के सतनाम सिंह ने बताया कि टोहाना (हरियाणा) सी.आई.ए. स्टाफ ने 17 सितम्बर 2016 को पातड़ां के डा. अशोक कुमार के खिलाफ भ्रूण हत्या का मामला दर्ज करके गिरफ्तार किया था और डरा धमका कर अशोक कुमार से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। इस घटना से डरे लोग अपनी बदनामी और झूठे केस में फंसने के डर के कारण अंदरखाते लाखों रुपए में सौदा करने लगे। यह सिलसिला लगातार दो-तीन महीनों से चल रहा था। हर रोज पातड़ां में पुलिस पार्टी किसी भी कैमिस्ट को उठा कर ले जाती। यदि सौदा कामयाब हो जाता तो उसे छोड़ दिया जाता नहीं तो उसे भ्रूण हत्या के मामले में शामिल करके जेल भेज दिया जाता था। इस मामले में दलाली करने वाले ने भी लाखों रुपए बटोरे। इसके अंतर्गत पातड़ां के सतनाम सिंह को भी डराया धमकाया और 5 लाख रुपए की मांग की, जिस पर मना करने पर सौदा 50 हजार रुपए में समाप्त हो गया।
उसने उक्त पुलिस वाले को रुपए देते हुए की वीडियो खुफिया कैमरे में बना ली, जिसके आधार पर वह चौकसी विभाग के पास चला गया। चौकसी विभाग ने उसे रंगे हाथों पकडऩे के लिए 40 हजार रुपए दे दिए और सूचना पत्र एस.पी. को देने के लिए कहा। पहले तो वह अधिकारी सूचना पत्र लेने से टालमटोल करता रहा परंतु बाद में ए.एस.आई. सूचना पत्र ले गया। सतनाम सिंह ने बताया कि जब वह रुपए टोहाना के सी.आई.ए. स्टाफ में देने के लिए आए तो वह वहां से भाग गया जब उन्होंने उस ए.एस.आई. के साथ फोन पर संपर्क किया तो उसने कहा कि आप मुझे चौकसी विभाग रिश्वत केस में फंसाना चाहते हो।
इस बारे एस.पी. ने मुझे सारा कुछ बता दिया है। जब इस मामले बारे डी.जी.पी. हरियाणा को सारी वीडियो और आडियो पेश की तो उन्होंने तुरंत चौकसी विभाग को ए.एस.आई. के खिलाफ मामला दर्ज करके इसकी जांच करने के आदेश दिए जिस पर ए.एस.आई. के खिलाफ रिश्वत का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में भ्रूण हत्या केस में पकड़े डा. अशोक ने उच्च न्यायालय में पटीशन दायर करके इस मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग की है, जिसमें भाजपा के कुछ नेताओं और उच्च अधिकारियों के चेहरे नंगे होंगे।