Edited By Vatika,Updated: 12 Oct, 2018 08:21 AM
कश्मीरी आतंकियों का खतरा पंजाब से अभी भी टला नहीं है। प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि जालंधर के अलावा राज्य के अन्य इलाकों में भी जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंटल आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के अन्य टैरर मॉड्यूल भी सक्रिय हैं।
जालंधर(रविंदर शर्मा): कश्मीरी आतंकियों का खतरा पंजाब से अभी भी टला नहीं है। प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि जालंधर के अलावा राज्य के अन्य इलाकों में भी जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंटल आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के अन्य टैरर मॉड्यूल भी सक्रिय हैं।
राज्य में फैले इन टैरर मॉड्यूल के बारे में पकड़े गए आतंकियों से गहन पूछताछ की जा रही है। पंजाब पुलिस के अलावा जे. एंड के. स्पैशल आप्रेशन टीम ने जहां पूरा दिन पकड़े गए आतंकियों से उनके टारगेट व अन्य स्थानों में फैले उनके साथियों के बारे पूछताछ की, वहीं सैंट्रल एजैंसियों ने भी वीरवार को जालंधर में दस्तक दी। एन.आई.ए., आई.बी. आर्मी इंटैलीजैंस व बी.एस.एफ. इंटैलीजैंस की टीमों ने जहां सी.टी. इंस्टीच्यूट का होस्टल खंगाला, वहीं पकड़े गए आतंकियों से भी गहन पूछताछ की। सैंट्रल एजैंसियों के हस्तक्षेप से आने वाले दिनों में इस मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।
उधर, पकड़े गए आतंकियों से मिले इनपुट के बाद राज्य पुलिस ने कई अन्य जिलों में भी वीरवार को छापामारी अभियान चलाया और इस दौरान कई संदिग्धों को उठाया, जिनसे अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ जारी है। उधर देर शाम डिवीजन नंबर 7 पुलिस ने जालन्धर से 6 कश्मीरी युवकों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ जारी है। तीनों पकड़े गए आतंकियों को पुलिस ने 10 दिन के रिमांड पर लेकर अपनी पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि इन 3 आतंकियों के अलावा अंसार गजवत-उल-हिंद के अन्य टैरर मॉड्यूल भी पंजाब में सक्रिय हैं। हालांकि इन आतंकियों ने यह माना कि उन्हें नहीं पता कि कहां-कहां और कितने आतंकी सक्रिय हैं क्योंकि प्रत्येक मॉड्यूल को अलग-अलग टारगेट दिया जाता था और एक-दूसरे के टारगेट के बारे में किसी को भी भनक नहीं लगने दी जाती थी। इन आतंकियों की बात को मानें तो राज्य से अभी पुलिस को और हथियार व विस्फोटक सामग्री बरामद हो सकती है।
गिरफ्तार आतंकियों में से 2 हुए बीमार, तीसरे से हुई पूछताछ
गिरफ्तार 3 आतंकियों में से 2 आतंकियों की सी.आई.ए. स्टाफ पहुंचते ही तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगडऩे के कारण इन दोनों से सख्ती से पूछताछ नहीं की जा सकी जबकि तीसरे साथी ने पूछताछ के दौरान पुलिस व सैंट्रल एजैंसियों के सामने कई राज उगले।