Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Nov, 2017 04:07 PM
एनुअल जनरल मीटिंग में सभी सदस्य क्लब की बेहतरी के लिए डिस्क्स करते हैं और जो खामियां होती हैं उन्हें दूर करने का हल निकालते हैं। इस मीटिंग में एग्जीक्यूटिव कमेटी को सदस्यों के सवालों के जवाब देने होते हैं कि क्लब के लिए क्या-क्या काम किए गए। नियम के...
लुधियाना(मीनू): एनुअल जनरल मीटिंग में सभी सदस्य क्लब की बेहतरी के लिए डिस्क्स करते हैं और जो खामियां होती हैं उन्हें दूर करने का हल निकालते हैं। इस मीटिंग में एग्जीक्यूटिव कमेटी को सदस्यों के सवालों के जवाब देने होते हैं कि क्लब के लिए क्या-क्या काम किए गए। नियम के मुताबिक हर वर्ष ए.जी.एम. जरूरी होती है, लेकिन प्रतिष्ठित सतलुज क्लब की ए.जी.एम. का शायद अभी मुुहूर्त ही नहीं निकला है। 1 मार्च, 2017 को मीटिंग का समय था, लेकिन उसे टाल कर 25 नवम्बर प्रस्तावित कर दिया गया। अब 25 नवम्बर को भी यह मीटिंग नहीं करवाई गई और अगले आदेश तक टाल दिया गया।
इस जरूरी मीटिंग को गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा है ऐसा कहना है क्लब सदस्यों का। सूत्रों ने यह भी कहा कि इस बार ए.जी.एम. में सदस्यों के कठिन सवालों के जवाब देने से घबराकर ही ए.जी.एम. टाल दी गई है। ज्ञात हो कि हर वर्ष क्लब की ए.जी.एम. करवाई जाती है जिसमें क्लब की बेहतरी के लिए क्लब सदस्यों के साथ विचार-विमर्श होता है और सवाल-जवाबों का भी दौर चलता है। मार्च 2017 की पैंङ्क्षडग मीटिंग को 25 नवम्बर को प्रस्तावित किया गया था, लेकिन इस बार भी इसे अगले आदेश तक टाल दिया गया है। पहले ही 8 माह देरी से चल रही ए.जी.एम. टालने की इस खबर पर सदस्यों की सख्त प्रतिक्रियाएं हैं। पूर्व एग्जीक्यूटिव सदस्यों में रोष की लहर है। उनका कहना है कि क्लब का लेखा-जोखा, सुझाव व शिकायतों के लिए ही तो ए.जी.एम. रखी जाती है तो क्यों इसे टाला जा रहा है।