Edited By Updated: 17 Mar, 2017 11:42 AM
पर्यावरण प्रेमी संत बाबा सीचेवाल ने जालंधर शहर में से गुजरती काला सिंघा ड्रेन को प्रदूषण मुक्त करने का अभियान छेड़ रखा है परन्तु शायद उन्हें यह
जालंधर (खुराना): पर्यावरण प्रेमी संत बाबा सीचेवाल ने जालंधर शहर में से गुजरती काला सिंघा ड्रेन को प्रदूषण मुक्त करने का अभियान छेड़ रखा है परन्तु शायद उन्हें यह नहीं पता कि ड्रेन के साथ-साथ जो बिस्त दोआब नहर शहर के बीचों-बीच में से गुजरती है वहां भी जानवरों का खून और सीवरेज का पानी फैंक कर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि जोर-शोर से स्वच्छ भारत अभियान चलाने वाला जालंधर नगर निगम इस स्थिति से अवगत होते हुए भी अंजान बना हुआ है, परन्तु अब कुछ सामाजिक संगठनों ने नगर निगम की सहायता से एक प्रोजैक्ट तैयार किया है ताकि नहर के सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्से को साफ किया जा सके। गौरतलब है कि युवा हिन्दू एकता मंच के संस्थापक अमित शर्मा ने अब इस प्रोजैक्ट की ओर ध्यान केन्द्रित किया है जिसमें उनका साथ मिशन क्लीन जालंधर, ‘फ्लाई’ उड़ान जिंदगी की और संवेदना जागृति जैसी संस्थाएं दे रही हैं। अमित शर्मा ने गत दिनों बस्ती बावा खेल पुली के निकट क्षेत्र का दौरा करने के बाद निगम कमिश्रर व अपने साथियों को जो रिपोर्ट दी है उसमें उन्होंने साफ कहा है कि बस्ती बावा खेल नहर के किनारे जो मार्कीट लगती है वहां की स्थिति काफी भयावह है।
वहां जिंदा जानवरों को सड़क किनारे ही काट दिया जाता है और सारा खून नहर में बहा दिया जाता है। अमित शर्मा के अनुसार वहां कुछ हिस्से पर सीवरेज की लाइन नहीं है जिस कारण एक हिस्से का सीवर ओवरफ्लो होकर सीधा नहर में जाता है जिस कारण नहर का वह हिस्सा सदा गंदे पानी से भरा रहता है और कभी सूखता नहीं। अमित शर्मा ने बताया कि लोग वहां नारकीय जीवन व्यतीत कर रहे हैं और बाकी शहर में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। वहां लगती सब्जी मंडी के ज्यादातर दुकानदार निम्र व प्रवासी वर्ग से संबंधित हैं जो गली-सड़ी सब्जियां सीधा नहर में फैंक देते हैं। उन लोगों को समझाने हेतु जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसका कुछ-कुछ असर होना शुरू हो गया है परन्तु नहर सफाई का अभियान बड़े स्तर पर शुरू करने की जरूरत है, जिसमें निगम का योगदान मुख्य रहेगा और सब्जी मंडी तथा कसाई मार्कीट को भी वहां से शिफ्ट करना होगा।