Edited By swetha,Updated: 19 Nov, 2018 09:27 AM
राजासांसी गांव स्थित निरंकारी भवन में हुए बम ब्लास्ट में भवन के प्रचारक सुखदेव कुमार को ही क्यों निशाना बनाया गया। यह जहां देश की खुफिया एजेंसियों के लिए एक गंभीर जांच का विषय है।
अमृतसर (संजीव, अरुण): राजासांसी गांव स्थित निरंकारी भवन में हुए बम ब्लास्ट में भवन के प्रचारक सुखदेव कुमार को ही क्यों निशाना बनाया गया, यह जहां देश की खुफिया एजेंसियों के लिए एक गंभीर जांच का विषय है, वहीं इसके माध्यम से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. ने पंजाब में आतंकवाद के पनपने का संदेश भी दिया है।
निजी दुश्मनी के चलते सुखदेव राज को कहीं भी निशाना बनाया जा सकता था। लेकिन एक धार्मिक समागम के दौरान ही क्यों वारदात की गई? हमले से जहां अमृतसर दहल गया, वहीं लोगों में दहशत है। धार्मिक संस्था पर हुए ग्रेनेड हमले ने जहां पंजाब के खुफिया सिस्टम को हिला कर रख दिया है। वहीं, आने वाले समय में आतंकियों के मंसूबों को भी बेनकाब किया है।
आंख झपकते ही सत्संग में छाया मातम
घटना के चश्मदीद एवं सत्संग में बैठे लोहारका कलां निवासी गुरबाज सिंह ने बताया कि सत्संग के दौरान ही उसके कान के पास से कोई चीज निकली और आंख झपकते ही एक बड़ा जोरदार धमाका हुआ। इस हमले के दौरान वह खुद और उसकी पत्नी मामूली तौर पर घायल हो गए, जबकि उसी अवस्था में वह घायलों को संभालने में जुट गए। उसके लड़के को भी मामूली चोटें आईं।
पिस्तौल के बल पर हुए सत्संग भवन में दाखिल
सत्संग भवन के गेट पर खड़े गगनदीप ने बताया कि मोटरसाइिकल पर सवार होकर आए 2 नकाबपोश युवकों में से एक ने उस पर पिस्तौल तान दी और दूसरा सत्संग भवन के अंदर चला गया। उसने भी हाथ में पिस्तौल पकड़ रखी थी। उसने 2 मिनट के अंदर ही ग्रेनेड फेंका और वहां से वापस मेन गेट की ओर भागा। सेवकों ने हमलावरों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन हथियारों को देख कर किसी की भी हिम्मत उनका पीछा करने की नहीं हुई। दोनों हमलावर बेखौफ घटनास्थल से भागने में कामयाब हो गए।
हमलावर जल्द होंगे बेनकाब: मंत्री सुख सरकारिया
माल मंत्री सुखबिन्द्र सिंह सरकारिया ने कहा कि संत निरंकारी भवन के अंदर घटे इस दर्दनाक हादसे की पुलिस की टीमें बारीकी से जांच कर रही हैं। इन हमलावरों के स्केच जारी किए जाएंगे और जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस छावनी बना अदलीवाल
संत निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले के बाद राजासांसी के गांव अदलीवाल में एक तरफ जहां मातम छा गया, वहीं दूसरी ओर भारी पुलिस बल के पहुंचते ही पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। गांव के एंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट को सील कर दिया गया और सत्संग भवन के मुख्य दरवाजे पर कड़ा पहरा लगा विभागीय जांच शुरू कर दी गई।
अस्पताल के बाहर पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
एयरपोर्ट रोड स्थित एक निजी अस्पताल में जहां वारदात के तुरंत बाद घायलों को ले जाया गया, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।
घटनास्थल से मिला ग्रेनेड का सेफ्टी वाल्व, फोरेंसिक टीम द्वारा जांच शुरू
इस बम धमाके के साथ जमीन में 3 इंच का छोटा गड्ढा हो गया। जबकि फेंके गए ग्रेनेड का एक सेफ्टी वाल्व भी पुलिस की तरफ से प्राप्त किया गया है। मौके पर पहुंचे फोरेंसिक विभाग की टीम गंभीरता के साथ जांच में जुट गई है।