Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Sep, 2017 12:12 PM
गुरु नानक पुरा निवासी बाबा साधा सिंह उर्फ बाबा हनेरी ने 22 साल पहले श्री दरबार साहिब के पवित्र सरोवर की सीढ़ियों और गलियारों में सफाई की सेवा शुरू की थी।
अमृतसरः गुरु नानक पुरा निवासी बाबा साधा सिंह उर्फ बाबा हनेरी ने 22 साल पहले श्री दरबार साहिब के पवित्र सरोवर की सीढ़ियों और गलियारों में सफाई की सेवा शुरू की थी। वक्त के साथ-साथ कारवां बढ़ते-बढ़ते आज 30 से 35 सेवादारों तक पहुंच गया, जो गुरुधामों की सेवा में तन, मन, धन से उनके साथ जुड़े हुए हैं। जिसे बाबा हनेरी जत्था नाम दे दिया गया है।
खास बात तो यह है कि कई सेवादार इंग्लैंड, सिंगापुर और दुबई से बिना वेतन की छुट्टी पर आकर भी सेवा निभाते हैं। अभी वह श्री दरबार साहिब में दर्शनी ड्योढ़ी, घंटा घर गुंबद के सोने की सफाई की सेवा कर रहे हैं। सुबह से लेकर रात तक चलने वाली यह सेवा ढाई-ढाई महीने तक चलती रहती है।
बाबा साधा सिंह उर्फ हनेरी के मुताबिक मार्च 2017 में उन्होंने ट्रैक्टर कंप्रेशर से पाईप लगाकर डेढ़ माह तक श्री दरबार साहिब के स्नान की सेवा की। इसके बाद बाबा अटल राय साहिब के संपूर्ण स्नान की सेवा 22 दिन तक चली। यहां से सेवा का काम संपन्न होने के बाद गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह जी शहीद की संपूर्ण स्नान सेवा, सोने की सफाई, लंगर हाल और बरामदे में रंग रोगन की सेवा की।
सेवादारों में प्रमुख तौर पर गुरदीप सिंह भूरा, मनप्रीत सिंह टिम्मी, रोमन गिल और जतिंदर सिंह दुबई से, संदीप सिंह छीना सिंगापुर से, कंवर सिंह इंग्लैंड से, जगमीत सिंह जिम्मी, अवतार सिंह चक्की वाला शामिल हैं।
सेवादारों में 70 फीसदी जमींदार और 30 फीसदी कारोबारी शामिल हैं। ज्यादातर लोग अमृतसर और आस -पास के कस्बों से वास्ता रखते हैं। ये लोग अपने काम के साथ-साथ गुरुघर की सेवा भी कर रहे हैं। सेवादारों के अनुसार वे लोग सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक सेवा करते हैं। जत्थे में 22 साल से लेकर 55 साल तक की आयु के सेवादार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस सेवा में कोई भी उनके साथ आकर जुड़ सकता है।