Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Apr, 2018 08:13 AM
चाटीविंड स्थित श्मशानघाट में उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों ने देखा कि जलती हुई चिता में मृतक उठकर बैठ गया। यह देख श्मशानघाट में उपस्थित लोग खौफ से भाग खड़े हुए। आनन-फानन में लाश पर और लकडिय़ां रखी गईं तब जाकर लाश पूरी तरह जल सकी। लाश के उठकर बैठने के...
अमृतसर (नवदीप): चाटीविंड स्थित श्मशानघाट में उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों ने देखा कि जलती हुई चिता में मृतक उठकर बैठ गया। यह देख श्मशानघाट में उपस्थित लोग खौफ से भाग खड़े हुए। आनन-फानन में लाश पर और लकडिय़ां रखी गईं तब जाकर लाश पूरी तरह जल सकी। लाश के उठकर बैठने के पीछे की वजह कोई नहीं जानता। श्मशान घाट के सेवादार यह कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं कि जलने वाली लाश के पीठ में कूबड़ था जिसकी वजह से जब लाश पैरों की तरफ से जल गई तो लकड़ी कम होने से लाश का ऊपर वाला हिस्सा अकड़ कर बैठ गया। इसे देखकर लोगों ने समझ लिया कि लाश जलती चिता में उठकर बैठ गई है।
‘पंजाब केसरी’ के प्रतिनिधि सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर जलती लाश उठकर बैठने वाली फोटो का सच जानने के लिए चाटीविंड स्थित श्मशानघाट पहुंचे। पता चला कि 2 अप्रैल को एक लावारिस समेत 8 चिताएं जली थी जिनमें जसविंद्र सिंह, अमरजीत सिंह, सरबजीत सिंह, अजीत सिंह, मनजीत कौर, गुरदीप सिंह व एक नाबालिग लड़की नीलू की चिता जली थी। श्मशानघाट के प्रबंधकों ने बताया कि जिस रजिस्टर में मृतकों की जानकारी थी उसे नगर निगम में सुबह ही भेज दिया है, ऐसे में वो चिता किसकी थी, यह पता लगाना तभी संभव है, जब रजिस्टर वापस आएगा।