Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 11:23 PM
पंजाब के मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को तथाकथित सिटी सैंटर के बहुकरोडी घौटाले में विजिलैंस ब्यूरो द्वारा क्लीन चिट मिलने के बावजूद उन्हें अभी राहत मिलती नहीं दिख रही है। इस केस में विजिलैंस की क्लोजर रिपोर्ट को केस से संबंधित एक गवाह सुनील कुमार...
लुधियाना(मेहरा): बहुकरोड़ी सिटी सैंटर घोटाले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह व अन्य के खिलाफ आरोप वापस लेने व विजीलैंस पुलिस द्वारा लुधियाना की अदालत में दाखिल की गई क्लोजर रिपोर्ट के बाद भी कैप्टन की मुश्किलें कम होती हुई नजर नहीं आ रही हैं। क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ पहले लुधियाना के एम.एल.ए. सिमरजीत सिंह बैंस ने जहां अदालत में अपनी अर्जी दाखिल कर रखी है, वहीं अब विजीलैंस पुलिस द्वारा जांच के दौरान रखे गए एक गवाह सुनील कुमार डे ने भी क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ अदालत में अपनी अर्जी दाखिल कर दी है।
सिटी सैंटर घोटाले में क्लोजर रिपोर्ट पर विधायक बैंस द्वारा दायर की गई अर्जी पर आज जिला एवं सैशन जज गुरबीर सिंह की अदालत में सुनवाई होनी थी लेकिन सुनवाई शुरू होते ही सुनील कुमार डे ने अपने वकीलों के माध्यम से क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती देते हुए अपनी अर्जी दाखिल कर दी जिस पर न्यायाधीश ने संज्ञान लेते हुए इसे 21 नवम्बर पर अगली सुनवाई के लिए रख लिया है हालांकि शुक्रवार की सुनवाई के दौरान विधायक बैंस की अर्जी पर कुछ रह गए शेष आरोपियों ने जहां अपना जवाब दाखिल करना था व इस पर अपनी बहस करनी थी लेकिन सुनील कुमार डे द्वारा अपनी अर्जी दाखिल किये जाने के चलते बैंस की अर्जी पर कोई निर्णय नहीं हो सका।
सुनील कुमार डे ने अपनी अर्जी में दावा किया है कि विजीलैंस पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद उनके बतौर गवाह सी.आर.पी.सी. की धारा 161 के तहत बयान दर्ज किए थे लेकिन विजीलैंस पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते कैप्टन अमरेंद्र सिंह सहित अन्य को क्लीन चिट देते हुए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी, जोकि गलत है जबकि इस मामले में सरकार को करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है।