Edited By Updated: 05 Apr, 2017 12:03 PM
श्री अकाल तख्त के पांच तख्तों के जत्थेदारों ने मंगलवार को श्री....
अमृतसर: श्री अकाल तख्त के पांच तख्तों के जत्थेदारों ने मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहब के सचिवालय में आयोजित बैठक में विभिन्न फैसले लिए जिनके अनुसार अभिनेता फिल्मों में पंज प्यारों का किरदार नहीं निभा सकते। बैठक में फैसला किया गया कि फिल्मों में केवल वही लोग पंज प्यारों का किरदार निभा सकते हैं जो सिख मर्यादा का पालन करने वाले सच्चे सिख हों।
पंज प्यारों का नकली भेस धारण करने पर पूर्ण पाबंदी: जत्थेदार
जत्थेदारों ने पंज प्यारों का नकली भेस धारण करने पर पूर्ण पाबंदी लगा दी है। इसके अतिरिक्त यह भी कहा गया कि राजनीतिक दलों द्वारा अपनी पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं को सम्मानित करने के लिए सिखों के सर्वोच्च सम्मान ‘सिरौपाओ’ का प्रयोग नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल सिरपौओं के स्थान पर अपना-अपना चिह्न बनवाएं तथा पंज प्यारे किसी को सिरपौओ देकर सम्मानित नहीं करेंगे। एक अन्य फैसले में कहा गया है कि अलग-अलग विद्यवानों द्वारा गुरूओं तथा सिखों के इतिहास संबंधी लिखे ग्रंथ कई भ्रांतियां पैदा करते हैं, इसलिए एसजीपीसी के प्रधान को आदेश दिया जाता है कि वह जल्द से जल्द एक समिति बना कर गुरूओं और सिख इतिहास पर शोध कर फिर से ग्रंथ प्रकाशित किया जाए तथा उसके आधार पर ही धार्मिक प्रचार किया जाए।
एसजीपीसी की अनुमति के बिना नहीं होगा गुरूद्वारे का निर्माण
कथा प्रचारकों को आदेश दिया गया है कि वह स्टेजों पर कोई भी दुविधा पैदा करने वाला प्रचार न करें। विदेशों में एसजीपीसी की अनुमति के बिना कोई भी नया गुरूद्वारा बनाने पर श्री अकाल तख्त द्वारा पूर्ण पाबंदी लगाई हुई है, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग जाति तथा अपने स्वार्थ के लिए गुरूद्वारों का निर्माण कर रहे हैं। अकाल तख्त द्वारा आदेश दिया गया है कि बिना अनुमति के कोई गुरूद्वारे का निर्माण नहीं करेगा। आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।