Edited By Vaneet,Updated: 29 Sep, 2018 10:15 PM
आम आदमी पार्टी (आप) के संगरूर से संसद और सीनियर लीडर भगवंत मान ने सुखदेव सिंह ढींढसा के..
जालंधर(रमनदीप सोढी): आम आदमी पार्टी (आप) के संगरूर से संसद और सीनियर लीडर भगवंत मान ने सुखदेव सिंह ढींढसा के इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पंजाब केसरी के साथ फोन पर बातचीत करते हुए भगवंत मान ने कहा कि ढींढसा सुखबीर बादल के रवाई से ना खुश हैं और अकाली दल में लंबे समय से घुटन महसूस कर रहे हैं, इस करके उनकी तरफ से इस्तीफा दिया गया है। इसके साथ मान ने कहना है कि सुखदेव सिंह ढींढसा को डेरा सिरसा की माफी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और अकाली दल में सीनियर लीडरशिप की नजरअंदाज का भी रोष था, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया।
भगवंत मान ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अकाली दल की उल्टी गिनती शु हो चुकी है जो अकाली दल 1920 में मास्टर तारा सिंह व अन्य की तरफ से स्थापित किया गया था। उसका 2019 में अंत होने जा रहा है क्योंकि इतनी बड़ी और पुरानी पार्टी के हालात 2017 के विधानसभा चुनाव, उप-चुनाव, नगर निगम चुनाव और पंचायत समिति चुनाव में काफी नाजुक दिखाई दिए हैं। हालांकि अपनी पार्टी के हालात पर पर्दा डालते हुए उन्होंने यह तर्क दिया कि हमारी पार्टी तो अभी नई पार्टी है, जिसकी जड़े धीरे धीरे मजबूत होंगी।