Edited By swetha,Updated: 23 Sep, 2018 03:59 PM
बरगाड़ी में पावन ग्रंथ की बेअदबी के बाद हुई हिंसा के बारे में न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के हवाले से स्थानीय अनाज मंडी में शिअद-भाजपा गठबंधन द्वारा कांग्रेस के विरुद्ध पोल खोल रैली का आयोजन करके पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर...
अबोहर (भारद्वाज): बरगाड़ी में पावन ग्रंथ की बेअदबी के बाद हुई हिंसा के बारे में न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट के हवाले से स्थानीय अनाज मंडी में शिअद-भाजपा गठबंधन द्वारा कांग्रेस के विरुद्ध पोल खोल रैली का आयोजन करके पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल व अन्य नेताओं द्वारा किए गए विषवमन का पंचायत समितियों व जिला परिषद के चुनावों पर विपरीत प्रभाव पड़ा दिखाई देता है। सुखबीर बादल ने रैली में धमकी दी थी कि यदि 2022 में गठबंधन की सरकार बनी तो प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ को हथकडियां लगाकर घुमाया जाएगा।
यह धमकी देने के बाद सुखबीर बादल जाखड़ के पैतृक गांव पंजकोसी भी गए और गठबंधन प्रत्याशी को जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों में विजयी बनाने का आह्वान करके आए। उनकी पार्टी के ग्रामीण सर्कल प्रधान गुरिन्द्र सिंह जाखड़ उर्फ लाऊ जाखड़ ने तराजू की बजाय कमल का फूल निशान आबंटित करवाके बरगाड़ी की आग की तपिश से बचने का प्रयास किया लेकिन आज जिला परिषद के लिए हुई मतगणना में लाऊ जाखड़, कांग्रेस प्रत्याशी बाल कृष्ण कम्बोज के हाथों जोन नंबर 13 अर्थात पंजकोसी जोन में पटखनी खा गए। इस परिणाम पर कई पंजकोसी निवासियों ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मीडिया कर्मियों के समक्ष कहा कि उन्होंने सुखबीर को उसके अहंकार का करारा जवाब दिया है।