Edited By Vatika,Updated: 19 Oct, 2018 02:23 PM
श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की तरफ से दिया गया इस्तीफा चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंधित जब पत्रकारों ने उनसे जानकारी हासिल करने की कोशिश की तो वह बयान देने से बचते हुए नजर आए। सिर्फ उन्होंने इतना ही कहा कि जो उन्होंने प्रैस नोट...
अमृतसर (सुमित खन्ना): श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की तरफ से दिया गया इस्तीफा चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंधित जब पत्रकारों ने उनसे जानकारी हासिल करने की कोशिश की तो वह बयान देने से बचते हुए नजर आए। सिर्फ उन्होंने इतना ही कहा कि जो उन्होंने प्रैस नोट में लिखा है, वो ही सच माना जाए और इसके अलावा वह कुछ नहीं कहना चाहते।
बता दें कि अलग-अलग पंथक संगठनों के विरोध के कारण पिछले लंबे समय से विवादों में घिरे श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने गुरुवार देर शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में जत्थेदार ने अपनी सेहत व बढ़ी उम्र को कारण बताते हुए सेवाएं देने में असमर्थता जाहिर की। साथ ही उन्होंने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख को माफी देने संबंधी लिए गए फैसले पर भी अपनी भूल का एहसास करते पूरे खालसा पंथ से माफी भी मांगी।