Edited By swetha,Updated: 25 Apr, 2020 03:53 PM
लॉकडाउन''और कर्फ्यू के कारण इतनी दिनों से सब कुछ बंद होने के कारण लोगों को कई दिक्कतें आ रही हैं। इसके बावजूद इसका एक साकरातमक पहलू भी देखने को मिला है। जालंधर शहर में 20 साल बाद 24 अप्रैल को एयर क्वालिटी इंडैक्स 52 दर्ज किया गया है। इस दौरान कंपनी...
जालंधरःलॉकडाउन'और कर्फ्यू के कारण इतनी दिनों से सब कुछ बंद होने के कारण लोगों को कई दिक्कतें आ रही हैं। इसके बावजूद इसका एक साकरातमक पहलू भी देखने को मिला है। जालंधर शहर में 20 साल बाद 24 अप्रैल को एयर क्वालिटी इंडैक्स 52 दर्ज किया गया है। इस दौरान कंपनी बाघ काफी हरा -भरा दिखा।
बता दें कि गर्म हवाओं के कारण धूल के कण ज्यादा रहते हैं, जिस कारण एयर क्वालिटी इंडैक्स खराब होता है। शुक्रवार को अधइक तापमान होने के बावजूद हवा बेहतर रही। पटियाला का एयक क्वालिटी इंडैक्स 100, मंडी गोबिन्दगढ़ का 99 और लुधियाना का 55 रहा। प्रदूषण न होने के कारण एयर क्वालिटी इंडैक्स में आया सुधार जलंधर सिटी में 15 लाख के करीब गाड़ियाँ हैं। इंडस्ट्री और कृषि को मिला कर 350 लाख लीटर पेट्रोल और 680 लाख लीटर डीजल का उपभोग होता है। पेट्रोल के साथ हवा में कार्बन, सिक्का और नाईट्रोजन फैलने लगते हैं। कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच प्रदूषण न होने के कारण ही एयर क्वालिटी इंडैक्स में सुधार हुआ है। अप्रैल में औसतन 150 रहने वाले एयर क्वालिटी इंडैक्स में गिरावट दर्ज की गई है।