Edited By Vatika,Updated: 02 Oct, 2018 01:45 PM
लॉ स्टूडैंट सैक्स कांड के मामले में ए.आई.जी. क्राइम रणधीर सिंह उप्पल पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। पुलिस ने पीड़िता की सिविल अस्पताल से मैडीकल जांच करवा कर उसे ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां उसके बयानों को कलमबद्ध कर लिया गया।
अमृतसर (संजीव): लॉ स्टूडैंट सैक्स कांड के मामले में ए.आई.जी. क्राइम रणधीर सिंह उप्पल पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। पुलिस ने पीड़िता की सिविल अस्पताल से मैडीकल जांच करवा कर उसे ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां उसके बयानों को कलमबद्ध कर लिया गया।
48 घंटों में मैडीकल रिपोर्ट आने के बाद पीड़िता के सैम्पलिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जिसके बाद पीड़िता की मैडीकल रिपोर्ट ए.आई.जी. का भविष्य तय करेगी। अगर उसमें कुछ भी पॉजीटिव आता है तो उप्पल की नौकरी पर भी संकट आ जाएगा। जिला पुलिस एक तरफ पीड़िता के बयानों पर दर्ज मामले में सभी औपचारिकताएं पूरी कर रही है, वहीं भूमिगत हो चुके ए.आई.जी. रणधीर सिंह उप्पल की लोकेशन ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो उप्पल गिरफ्तारी से पहले अपनी अग्रिम जमानत दायर कर सकते हैं और अगर वह माननीय अदालत से जमानत लेने से कामयाब हो जाते हैं तो बाहर रहकर इस मामले में हो रही जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
क्या कहना है ए.डी.सी.पी. का?
ए.डी.सी.पी. लखबीर सिंह का कहना है कि आज दोपहर बाद पीड़िता की मैडीकल जांच करवा ली गई थी, जिसके बाद उसे ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां उसने अपने बयान कलमबद्ध करवाए। पुलिस की स्पैशल टीमें ए.आई.जी. उप्पल की लोकेशन को ट्रेस कर रही हैं जिनकी गिरफ्तारी जल्द ही हो सकती है।
महिला पर लगाए कथित रूप से ब्लैकमेलिंग के आरोप
एक तरफ लॉ स्टूडैंट ए.आई.जी. क्राइम पर सैक्सुअल ह्रासमैंट के आरोप लगा रही है, वहीं दूसरी ओर आज पटियाला के रहने वाले एक व्यक्ति हरदेव सिंह ने इस मामले में आगे आकर ए.आई.जी. पर पर्चा दर्ज करवाने वाली महिला पर कथित रूप से ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए हैं। इसमें हरदेव ने पत्रकारों को कहा कि उसे व उसके एक दोस्त को किसी झूठे मामले में फंसाने की धमकियां दी गई थीं जिसमें उन्होंने अढ़ाई लाख रुपए देकर अपनी जान छुड़वाई थी।