Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 08:18 AM
भारत में टैक्नीकल कोर्सों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या पिछले सालों में बढ़ी है परन्तु पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्याॢथयों के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार प्राप्त करने की रहती है। अब आल इंडिया कौंसिल फॉर टैक्नीकल एजुकेशन (ए.आई.सी....
जालंधर (सुमित): भारत में टैक्नीकल कोर्सों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या पिछले सालों में बढ़ी है परन्तु पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्याॢथयों के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार प्राप्त करने की रहती है। अब आल इंडिया कौंसिल फॉर टैक्नीकल एजुकेशन (ए.आई.सी. टी.ई.) ने युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद करने का बीड़ा उठाया है।
कौंसिल की ओर से यूथ फार वर्क नामक संस्था के साथ किए गए समझौते के तहत कौंसिल व संस्था ने मिलकर 80 लाख के करीब युवाओं को रोजगार मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है। इस प्रोजैक्ट में ए.आई.सी.टी.ई. के मान्यता प्राप्त 10,300 के करीब इंस्टीच्यूट्स को शामिल किया गया है। विद्यार्थियों को इसके लिए अपनी एक प्रोफाइल यूथ फॉर वर्क संस्था की साइट पर बनाने होगी।
जानकारी के मुताबिक 20 लाख से भी ज्यादा युवाओं द्वारा इसके लिए अपनी प्रोफाइल बना ली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रतिवर्ष 16 लाख के करीब तकनीकी छात्र ग्रैजुएट होते हैं परन्तु कम्पनियों द्वारा इनमें से अपनी डिमांड के मुताबिक विद्यार्थियों का चयन करना काफी मुश्किल होता है। अब ए.आई.सी.टी.ई.ऑनलाइट टैस्ट की मदद से युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करेगी।