Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2018 08:22 PM
शहर के अग्रवाल पीरखाना ट्रस्ट व डेरा मोनी बाबा (हनुमानगढ़ी) में चल रहा विवाद आज उस समय फिर गरमा गया जब पीरखाना समर्थकों ने गेट को ताला लगा दिया। गेट को ताला लगाए जाने के विरोध में भारी गिनती डेरा समर्थक डेरे में एकत्र हो गए और पीरखाने के गेट समक्ष...
मौड़ मंडी(प्रवीन): शहर के अग्रवाल पीरखाना ट्रस्ट व डेरा मोनी बाबा (हनुमानगढ़ी) में चल रहा विवाद आज उस समय फिर गरमा गया जब पीरखाना समर्थकों ने गेट को ताला लगा दिया। गेट को ताला लगाए जाने के विरोध में भारी गिनती डेरा समर्थक डेरे में एकत्र हो गए और पीरखाने के गेट समक्ष धरना लगा दिया। इस उपरांत डेरा समर्थक थाना मौड़ में भी शिकायत करने पहुंचे और थाना मौड़ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया।
डेरा बाबा हनुमानगढ़ी के समर्थकों सुरेश कुमार, जसविंद्र कौर जौहल, सूबा सिंह, जसप्रीत सिंह आदि ने बताया कि गत रात बस्ती के एक परिवार के घर लड़की की शादी थी और परिवार ने बर्तन लेने के लिए डेरा बाबा हनुमानगढ़ी में आना था। इससे पहले ही अग्रवाल पीरखाना के माली व एक पीरखाना समर्थक रामां ने पीरखाने के गेट को ताला लगा दिया। जब बाबा रतन मुनि द्वारा माली को ताला खोलने के लिए कहा तो उसने कहा कि चाबी उसके पास नहीं है चाबी रामा ले गया है और अब गेट नहीं खुल सकता। उन्होंने कहा कि आज सुबह समय भी पीरखाना के समर्थक रामा को गेट खोलने के लिए कहा तो उसने कहा कि अब किसी समय भी ताला नहीं खुलेगा जिस कारण यह मामला भड़क गया। डेरा समर्थकों ने प्रशासन से मांग की कि वह पीरखाना के समर्थकों को मेन गेट को ताला लगाने से रोके ताकि डेरे के श्रद्धालुओं को डेरे में आने जाने में कोई परेशानी न हो।
सुरक्षा को लेकर लगाया जाता है ताला
दूसरी तरफ पीरखाना ट्रस्ट कमेटी सदस्य तरसेम चंद वकील ने कहा कि पीरखाना के सेवादारों द्वारा सुरक्षा को ध्यान में रखते रात समय ताला लगाया जाता है और सुबह खोल दिया जाता है परन्तु डेरे के कुछ समर्थक जान बूझकर मामले को तूल देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि जिस जगह में डेरा समर्थक जगह की मांग कर रहे हैं वह जगह पीरखाना ट्रस्ट की है जिस संबंधी वह मानयोग अदालत में सब कुछ पेश कर चुके है। इस संबंधी अदालत जो भी फैसला करेगी वह हमे मंजूर है।
एसडीएम से करवाई जार ही मीटिंग
इस संबंधी डेरा मुखी रतन मुनि का कहना था कि वह तो इस मामले का शांति मय हल चाहते हैं ताकि दोनो पक्ष प्रेम प्यार व सदभावना से रह सके। इस संबंधी जब एस.एच.ओ. मौड़ से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि दोनो पक्षों की एस.डी.एम. मौड़ के साथ बैठक करवाई जा रही है ताकि मामले का हल किया जा सके।