Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 10:02 AM
गिद्दड़बाहा में स्वाइन फ्लू का एक केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह हरकत में आ गया है। इस संबंधी सिविल अस्पताल में एस.एम.ओ. डा. प्रदीप सचदेवा ने बताया कि गत 6 सितम्बर को फोॢटस अस्पताल मोहाली से सूचना प्राप्त हुई.......
गिद्दड़बाहा (कुलभूषण): गिद्दड़बाहा में स्वाइन फ्लू का एक केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह हरकत में आ गया है। इस संबंधी सिविल अस्पताल में एस.एम.ओ. डा. प्रदीप सचदेवा ने बताया कि गत 6 सितम्बर को फोॢटस अस्पताल मोहाली से सूचना प्राप्त हुई कि गिद्दड़बाहा के अजय कुमार नामक युवक की स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट पी.जी.आई. चंडीगढ़ अनुसार पॉजीटिव आई थी। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू एक प्रकार का छूत का रोग है जो मरीज के खांसी करने और किसी के साथ हाथ मिलाने आदि से दूसरे व्यक्ति को भी हो सकता है।
उक्त अजय कुमार के संपर्क में आने वाले उसके पारिवारिक सदस्यों समेत कुल 13 व्यक्तियों को 7 सितम्बर को स्वाइन फ्लू से पहले बचाव संबंधी दवाई दी गई थी। इस अवसर पर स्वाइन फ्लू के लक्षणों संबंधी विस्तार सहित जानकारी देते डा. सचदेवा ने बताया कि स्वाइन फ्लू को तीन श्रेणियों ए,बी और सी में रखा गया है। ए श्रेणी में मरीज को हल्का जुकाम, गले की खराबी और मामूली बुखार होने की सूरत में केवल बुखार संबंधी आम दवा दी जाती है। बी श्रेणी में मरीज को जुकाम, गले में तेज दर्द और तेज बुखार होता है, इस श्रेणी के मरीजों को स्वाइन फ्लू की दवा दी जाती है और इस श्रेणी की ज्यादा चपेट में 5 वर्ष से छोटे बच्चे और 65 वर्ष के ऊ पर के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं आती हैं। उन्होंने बताया कि श्रेणी ए और बी में मरीज का स्वाइन फ्लू संबंधी कोई टैस्ट आदि नहीं होता।
स्वाइन फ्लू की सी श्रेणी संबंधी डा. सचदेवा ने बताया कि इस श्रेणी में मरीज को श्रेणी बी के लक्षणों के साथ-साथ उसका बी.पी. घटना शुरू हो जाता है, मरीज को सांस कठिनाई से आनी शुरू हो जाती है, हाथ-पैर नीले होने शुरू हो जाते हैं, छाती में तेज दर्द और मरीज अद्र्ध बेहोशी की हालत में चला जाता है। श्रेणी सी के तहत आते मरीजों का टैस्ट पंजाब में केवल पी.जी.आई. चंडीगढ़ में ही किया जाता है। उक्त श्रेणियों के लक्षण वाले मरीजों को हिदायत करते हुए डा. सचदेवा ने कहा कि वह आम पब्लिक से दूरी बना कर रखें, किसी भी दूसरे व्यक्ति के साथ हाथ न मिलाएं।