Edited By Vaneet,Updated: 04 Nov, 2018 10:40 AM
टकसाली नेता सेवा सिंह सेखवां ने इस्तीफा देने के बाद अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल और मजीठिया के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। पत्रकारों के साथ बातचीत करते सेखवां ने जो ....
अमृतसर(सुमित खन्ना): टकसाली नेता सेवा सिंह सेखवां ने इस्तीफा देने के बाद अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल और मजीठिया के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। पत्रकारों के साथ बातचीत करते सेखवां ने जो शब्दावली इस्तेमाल की है वह शायद ही किसी अकाली नेता ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष के लिए इस्तेमाल की हो।
सेखवां ने सुखबीर बादल के खिलाफ बोलते कहा कि यदि वह अकाली दल का अध्यक्ष न होता तो पार्टी का बेडा गरक नहीं होना था। यदि उसने ठीक तरह काम किए होते तो पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 15 से अधिक सीटें जीती होती। आज जो हलात शिरोमणि कमेटी के बने हैं उनका कारण भी सुखबीर बादल ही है। इस दौरान सेखवां ने मजीठिया खिलाफ बोलते कहा कि माझे का बेड़ा गरक उसने किया है। मजीठिया बादलों का नजदीकी रिश्तेदार है उसमें और कोई हुनर नहीं है।