Edited By Updated: 19 May, 2017 02:04 PM
निगम अधिकारियों और ठेकेदारों के नैक्सस के चलते जालंधर शहर की सड़कें पिछले कई सालों से खस्ताहाल दशा में हैं।
जालंधर (खुराना) : निगम अधिकारियों और ठेकेदारों के नैक्सस के चलते जालंधर शहर की सड़कें पिछले कई सालों से खस्ताहाल दशा में हैं। करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद हर साल इन सड़कों पर मौत के गड्ढे बन जाते हैं। जिस सड़क की गारंटी 5 साल होनी चाहिए, वह दूसरे साल में ही टूटने लगती है। चंद अपवादों के अलावा आज तक ऐसे मामलों में किसी निगम अधिकारी या ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं हुई।
यदि घटिया काम करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की परंपरा होती और भ्रष्टाचार में लिप्त निगम अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की हिम्मत जुटाई जाती तो इन मौत के गड्ढों में गिर कर मरने वालों की जान बचाई जा सकती थी। आज कुछ ऐसा ही नजारा ए.पी.जे. कालेज से मॉडल टाऊन की ओर जाती सड़क पर देखने को मिला जहां सड़क के गड्ढों को साक्षात मौत के गड्ढे का स्वरूप चित्रकार द्वारा दिया गया और उसके शिकार हुए एक वाहन चालक को दिखाकर भ्रष्ट प्रशासन को कोसा गया।
इसके अलावा सड़क के अन्य गड्ढों को भी हाईलाइट करने के लिए उनके किनारों पर सफेद मार्क लगाए गए। चाहे निगम ने इन दिनों पैचवर्क लगाने का सिलसिला शुरू कर रखा है परन्तु अभी भी शहर की कई सड़कों पर मौत के गड्ढे मौजूद हैं, जिन्हें तुरन्त भरे जाने की आवश्यकता है।