Edited By swetha,Updated: 05 Aug, 2018 03:18 PM
बठिंडा कनवैंशन के बाद एक बार फिर सुखपाल खैहरा ने आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय लीडरशिप पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते मनीष सिसोदिया को पंजाब में जाति कार्ड खेलने पर लताड़ लगाई है। खैहरा ने लिखा है कि अगर सिसोदिया दलित समर्थक हैं तो दिल्ली के...
चंडीगढ़: बठिंडा कनवैंशन के बाद एक बार फिर सुखपाल खैहरा ने आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय लीडरशिप पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते मनीष सिसोदिया को पंजाब में जाति कार्ड खेलने पर लताड़ लगाई है। खैहरा ने लिखा है कि अगर सिसोदिया दलित समर्थक हैं तो दिल्ली के तख्त पर दलित नेता को बिठाना चाहिए। वहां 3 पदों पर दलित की नियुक्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके 3 साथी दलित हैं। उनमें से किसी को भी विपक्ष का नेता बना दिया जाए। इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
वहीं उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का कांग्रेस के साथ समझौता हो चुका है। कांग्रेस की पहली शर्त यह थी कि पहले सुखपाल खैहरा को विरोधी पक्ष के पद से हटाया जाए, जिसके बाद पार्टी की तरफ से उनकी बलि दी गई। उन्होंने कहा कि वह लोगों की समस्याओं को सरकार के समक्ष रखते थे। इसी कारण उनके साथ ऐसा किया गया है। खैहरा ने कि कहा कि उन्हें विरोधी पक्ष के नेता का पद जाने का कोई दुख नहीं है। वह पंजाब की बेहतरी के लिए ऐसे 100 ओहदे कुर्बान कर सकते हैं।