आम आदमी पार्टी लांच करेगी अपना ‘पंजाब मॉडल’, 3 करोड़ में से चुनेगी CM का चेहरा

Edited By Sunita sarangal,Updated: 30 Dec, 2021 12:47 PM

aam aadmi party will launch punjab

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में अब पार्टी की निगाहें पंजाब चुनाव पर हैं, जिसमें पार्टी की ओर से बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है।

जालंधर: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में अब पार्टी की निगाहें पंजाब चुनाव पर हैं, जिसमें पार्टी की ओर से बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस बार पंजाब की जनता उन्हें मौका देने का मन बना चुकी है। इसी को लेकर आम आदमी पार्टी के पंजाब मामलों के सह प्रभारी राघव चड्ढा से पंजाब केसरी ने खास बातचीत की। आइए जानते हैं उन्होंने इस खास बातचीत में क्या कहा।

मुख्यमंत्री चन्नी द्वारा किए गए काम को लेकर आपका क्या कहना है?
चन्नी साहब काम करते तो हो सकता है कि सब तारीफ करते, लेकिन वे काम नहीं कर रहे हैं, सिर्फ ऐलान कर रहे हैं। एक आदमी उनके पास गया और कहा कि चन्नी साहब ताज महल बहुत पसंद है, मुझे चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं मंगलवार को आ जाना तेरी रजिस्ट्री करवा दूंगा। वह तो लोगों को ताजमहल भी बांट रहे हैं और चांद पर भेजने का दावा भी कर रहे हैं। आप चन्नी साहब से जो मांगोगे वह देने का वायदा कर देंगे, लेकिन देंगे कुछ नहीं। काम करने और ऐलान करने में जमीन-आसमान का फर्क है। सी.एम. चन्नी केजरीवाल की नकल तो अच्छी कर रहे हैं, लेकिन केजरीवाल के कामों पर अमल नहीं कर पा रहे हैं।

पंजाब सरकार में किसी भी अफसर या नेता से बात करो वह ऑफ कैमरा बताएंगे कि पंजाब सरकार का खजाना खाली है और ये सिर्फ चुनावी स्टंट है। एक भी आदमी का बिजली का बिल शून्य आया हो तो चन्नी साहब दिखा दें, मैं चैलेंज करता हूं। लोग समझदार हैं और देख सकते हैं कि सिर्फ ऐलान पर ऐलान कर रहे हैं। ऐलान करने और काम न करने से वोट नहीं मिलते। आप चन्नी साहब का काफिला देखें तो सिक्योरिटी और सब चीजें खूब होती हैं, लेकिन दो गाड़ियां साथ चलती हैं उनके पीछे, जिसमें 6 कैमरामैन, दो मेकअप आर्टिस्ट और दो वीडियोग्राफर होते हैं। एक आदमी होता है जो उनके कपड़े लेकर चलता है, क्योंकि वह कपड़े बदल-बदलकर सिर्फ शूटिंग करते हैं। कहीं भी जाते हैं, सबसे पहले फोटो, फिर वीडियो। उन्हें इस चीज का शौक है, जिसे वह पूरा कर रहे हैं, काम नहीं कर रहे हैं।

बठिंडा का एक शख्स है, जिसके खेत में पहुंचे जब मालवे की नरमे की फसल गुलाबी सुंडी के चलते खत्म हो गई। उसके साथ फोटो खिंचवाई, कहा कि सभी किसानों जिनकी फसल खराब हुई, उन्हें मुआवजा दूंगा, लेकिन सभी किसान तो छोड़ो, जिसके साथ फोटो खिंचवाई थी, उसे भी मुआवजा नहीं मिला। उनकी फोटो खिंचवाने, वीडियो बनाने और ऐलान करने की सियासत है। अपने मंत्रियों और डिप्टी सी.एम. के दामाद को छोड़कर क्या किसी को नौकरी दी? चन्नी सरकार ने काम किया क्या, काम तो कुछ नहीं किया।

पंजाब मॉडल की कई चीजें ‘आप’ की दिल्ली सरकार के साथ मिलती-जुलती हैं?
पंजाब में अरविंद केजरीवाल का पंजाब मॉडल लांच करेंगे। दिल्ली में हमने जो काम किए वे अच्छे हैं और उन्हें पंजाब के सिस्टम के हिसाब से लागू करेंगे। पंजाब मॉडल अगर नवजोत सिंह सिद्धू साहब का असली मॉडल होता तो उन्हें चैलेंज करना चाहता हूं कि सिद्धू साहब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अपने हलके चमकौर साहिब में रेता-बजरी की माइनिंग गैर कानूनी तरीके से चल रही थी, जिसका मैंने खुलासा किया। सिद्धू साहब ने अब तक उस पर एक शब्द नहीं बोला। क्या सिद्धू साहब की भी पार्टनरशिप है? नवजोत सिंह सिद्धू साहब का भी क्या 8-10 प्रतिशत शेयर है? मुख्यमंत्री के अपने हलके में रेता-बजरी की माइनिंग चल रही है, लेकिन मुख्यमंत्री इस पर चुप हैं।

चंडीगढ़ की जीत पंजाब चुनाव के लिए क्या संकेत लेकर आई है?  
चंडीगढ़ में ‘आप’ को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं। यही मूड पंजाब का भी है। चंडीगढ़ तो सिर्फ ट्रेलर है पंजाब पूरी पिक्चर है, जो अभी बाकी है।

नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी के लिए कितना खतरा हैं?
अभी तो यही नहीं पता कि कांग्रेस में कौन किस-किस से लड़ रहा है। मेरा मानना है कि कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो गई है। एक-एक कर विधायक छोड़कर जा रहे हैं। मुझे लगता है कि चुनाव आते आते 2-4 विधायक ही रह जाएंगे। एक चन्नी साहब और एक-दो अन्य। कांग्रेस ऊपर से लेकर नीचे तक आपस में लड़ रही है। उसे विपक्ष की जरूरत नहीं है, वह अपने आप में अपना ऑपोजिशन है। सिद्धू की सालों की सियासत सिर्फ सत्ता पाने और कुर्सी हासिल करने की रही है।

इस बार पंजाब चुनाव में कितने कोणीय मुकाबला है?
इस बार कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी बनाम कांग्रेस और थोड़ी पर आदमी पार्टी बनाम अकाली दल की फाइट है। बाकी किसी पार्टी का पंजाब चुनाव में वर्चस्व नहीं है। सर्वे एक ही चीज दिखा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी बहुमत का आंकड़ा छू रही है और सरकार बना रही है। ये न्यूज चैनल के सर्वें हैं, हमारे तो उससे भी आगे जा रहे हैं। पंजाब में बदलाव का मूड है। अब लोग रिवायती पार्टी नहीं चाहते, वे एक मौका केजरीवाल को देना चाहते हैं। इसलिए पूरा पंजाब इस बार दिल खोलकर कह रहा है कि केजरीवाल-केजरीवाल सारा पंजाब तेरे नाल।

खेती-किसानी के लिए ‘आप’ ने क्या सोचा है?
किसानों के लिए केजरीवाल की एक और गारंटी आने जा रही है। किसानों और खेती के लिए बहुत बड़ा काम करेंगे। किसान, जो देश की शान होता था उसे वही सम्मान मिलना चाहिए जो पहले मिलता था। किसान को कर्जे से लेकर मुआवजे, एम.एस.पी. से लेकर बिजली-पानी के बिलों तक जद्दोजहद करनी पड़ती है। सभी चीजें और इन सबसे किसान को उबारने के लिए केजरीवाल की अगली गारंटी के लिए इंतजार करना होगा। नशे के मामले में भी आने वाले समय में गारंटी दी जाएगी, इसके लिए भी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।

पंजाब में ‘आप’ को कितनी सीटें मिलेंगी?
आम आदमी पार्टी तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनाएगी। बहुमत से ज्यादा सीटें मिलेंगी। हिंदुस्तान की अवाम क्लीयर मैंडेट देती है। बंगाल और दिल्ली की जनता ने जिस तरह से क्लीयर मैंडेट दिया है पंजाब की अवाम ने भी मूड बना लिया है कि एक बार केजरीवाल को देख लेते हैं। क्लीयर मैंडेट आएगा, ऐसा मेरा विश्वास है।

भाजपा के गठबंधन से आम आदमी पार्टी कैसे लड़ेगी?
भाजपा का गठबंधन नॉन स्टार्टर है। पंजाब की सियासत में दूर-दूर तक इनकी कोई जमीन नहीं है। इन्हें पंजाब में एक भी सीट मिलने वाली नहीं है। क्या पंजाब के लोग उस बीजेपी को भुला देंगे जिसने 750 से ज्यादा किसानों की शहादत ली। क्या उस बीजेपी को भुला देंगे जिसने एक साल तक बुजुर्गों को खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर कर दिया। इन सब चीजों को लेकर लोग बीजेपी से इतनी नफरत करते हैं कि बीजेपी के लीडर पंजाब के अंदर इलैक्शन कैम्पेन तक नहीं कर पाते। समय बताएगा कि माहौल कितना बदल गया है। मैं ठोक-बजाकर कह रहा हूं कि बीजेपी गठबंधन को पंजाब चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलेगी।

अकाली दल की तैयारी ‘आप’ को कितनी चुनौती लग रही है?
अकाली दल ऐसी स्थिति में है कि न वह 3 में है और न ही 13 में। अकाली दल पूरे पंजाब में अपने निचले स्तर पर पहुंच गया है। एक ऐसी पार्टी, जिसका इतिहास कुर्बानी का रहा है, अब उस पर नशे से लेकर बेअदबी तक के संगीन आरोप हैं। पंजाब का बच्चा-बच्चा मौजूदा अकाली दल की असलियत जानता है। मेरा मानना है कि अकाली दल इस फाइट में दूर-दूर तक नहीं है। पंजाब के लोग अकाली दल से नफरत करते हैं।

आम आदमी पार्टी जो वायदे कर रही है, उन्हें पूरा कैसे करेगी?
पंजाब का खजाना खाली है और उस पर 3 लाख करोड़ का कर्जा है। सालाना बजट का 20 प्रतिशत हिस्सा कर्जे का ब्याज देने में चला जाता है। इस 20 प्रतिशत हिस्से से अस्पताल व स्कूल बनने चाहिएं। पंजाब की इकोनॉमी, जो इंडिया की फास्टेस ग्रोइंग इकोनॉमी हुआ करती थी, अब सैकेंड स्लोएस्ट ग्रोइंग इकॉनोमी है। हम पंजाब की इकॉनोमी को रिवाइव करना जानते हैं। इसके लिए साफ नीयत और पढ़े-लिखे लोग चाहिएं, जो प्लानिंग के साथ पंजाब को इस दलदल से निकालकर सुनहरा और खुशहाल बनाएं। जितने भी ऐलान अरविंद केजरीवाल ने किए हैं उनका एक ब्लू प्रिंट बनाया गया है। रेते की चोरी बंद कर दी जाए, नाजायज माइनिंग पर रोक लगा दी जाए तो खजाने में 20 हजार करोड़ बच सकता है। इससे बिजली भी मिलेगी, मुफ्त पानी भी। महिलाओं को 1-1 हजार भी मिलेंगे, स्कूल व अस्पताल भी बनेगा और कर्जा भी उतारेंगे।

पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कौन-कौन से बड़े मुद्दे रहेंगे?
आम आदमी पार्टी एक पॉजिटिव एजैंडे के साथ लोगों के बीच जा रही है। केजरीवाल ने 5 बड़ी गारंटियां दी हैं, जिनमें हर वर्ग के लिए पार्टी का ब्लू प्रिंट रहेगा। 2017 में पंजाब की जनता ने दिल्ली मॉडल नहीं देखा था। तब हमारी सरकार बने एक साल हुआ था। अब 7वां साल चल रहा है। लोगों ने देखा है कि 6 साल में दिल्ली में बेहतरीन स्कूल, अस्पताल से लेकर बिजली-पानी, फ्लाईओवर, इंफ्रास्ट्रक्चर, लोगों की जेब में आमदनी डालने से लेकर फाइनैंशियल असिस्टैंस तक सारा काम किया। अब पंजाब के लोग कहते हैं कि अगर दिल्ली में ये सब हो सकता है, जहां आधी सरकार है तो पंजाब में क्यों नहीं हो सकता है। मेरा एक साल का जो अनुभव है सह प्रभारी के तौर पर पंजाब में, मुझे नजर आता है कि लोग अकाली दल और कांग्रेस से बहुत परेशान हैं। 1996 से अब तक कांग्रेस और अकाली दल दोनों ने मिलकर सरकार चलाई, लेकिन लोगों की हालत बद से बदतर हो गई। इसलिए लोग बदलाव चाहते हैं। उनके मन में एक भाव है कि अब 5 साल केजरीवाल को भी दे देते हैं। ये क्लीयर मैसेज लोगों के बीच में है।

पंजाब में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है। साथ ही नशा, बेअदबी के इंसाफ और महिलाओं की जेब में आमदनी डालकर उन्हें सशक्त करने का मुद्दा भी है। बिजली, पानी, शिक्षा और अस्पताल, इलाज दिल्ली की तर्ज पर हो, जैसे दिल्ली में वर्ल्ड क्लास एजुकेशन है, स्टेट ऑफ द आर्ट हैल्थ केयर फैसिलिटीज फ्री में मिलती हैं। ये स्टेट की जिम्मेदारी है कि लोगों तक सभी चीजें पहुंचें। ये सारी चीजें एक रोडमैप के जरिए आम आदमी पार्टी करेगी, लेकिन मेरी नजर में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है पंजाब में।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!