समाज कल्याण की स्कीमें चुनाव आचार संहिता से बाहर रखी जाएं : AAP

Edited By Vatika,Updated: 08 Apr, 2019 05:35 PM

aam aadmi party punjab

पंजाब आम आदमी पार्टी (आप)ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि सभी समाज कल्याण संबंधी स्कीमों को चुनाव आचार संहिता से बाहर रखा जाये ताकि गरीब छात्र किताबों तथा गरीब और दलित लोग आटा दाल स्कीम और शगुन जैसी समाज भलाई योजनाओं से वंचित न रह सकें।

चंडीगढ़: पंजाब आम आदमी पार्टी (आप)ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि सभी समाज कल्याण संबंधी स्कीमों को चुनाव आचार संहिता से बाहर रखा जाये ताकि गरीब छात्र किताबों तथा गरीब और दलित लोग आटा दाल स्कीम और शगुन जैसी समाज भलाई योजनाओं से वंचित न रह सकें।  

आप पार्टी की विधानसभा में उप नेता सरबजीत कौर माणूंके के नेतृत्व में पार्टी के शिष्टमंडल ने मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलने के बाद आज यहां पत्रकारों से बताया कि उन्होंने आयोग को लिखित अपील की है कि समाज कल्याण संबंधी स्कीमों पर चुनाव आचार संहिता का कोई प्रभाव नहीं पडऩा चाहिए। माणूके ने बताया कि चुनाव आचार संहिता की आड़ में पंजाब सरकार ने दलित विद्यार्थियों और अन्य जरूरतमंद वर्गों को समाज भलाई स्कीम के अंतर्गत मिलते लाभ रोक दिए हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। नया शैक्षिक सैशन शुरू हो चुका है, सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों को किताबों की तुरंत जरूरत है, यदि चुनाव आचार संहिता के कारण इन विद्यार्थियों को अब किताबें नहीं मुहैया करवाई जाती तो यह प्रक्रिया जुलाई महीने तक लटक जाएगी ।  

उन्होंने आयोग से आग्रह किया कि वो पंजाब सरकार को बच्चों को तुरंत किताबें तथा वर्दी मुहैया करने के आदेश जारी करे क्योंकि पहले भी पंजाब सरकार ने लापरवाही करते बच्चों को सर्दियों की वर्दियां अब गर्मियों में देनी शुरू की हैं। यह दलित विद्यार्थियों के साथ बेइन्साफी तथा समूचे जरूरतमंद वर्ग का अपमान है।  आप नेता ने कि आटा -दाल स्कीम के लाभपात्री चुनाव आचार संहिता के हटने का इन्तजार नहीं कर सके। इसी तरह शगुन स्कीम के लिए योग्य लड़कियों की शादी को चुनाव आचार संहिता के कारण आगे नहीं डाला जा सकता।  

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