‘आप’ के लिए पंजाब में कांटों भरी होगी 2019 की राह!

Edited By Vatika,Updated: 11 Apr, 2018 09:45 AM

aam aadmi party punjab

आम आदमी पार्टी के लिए 2019 लोकसभा चुनावों की राह कांटों भरी हो सकती है। पार्टी के लिए पंजाब विधानसभा चुनावों के बाद से ही लगातार ऐसे हालात बनते दिखाई दे रहे हैं कि लोकसभा चुनावों तक पार्टी के लिए उमीदवारों की तलाश कर पाना भी बेहद कठिन हो सकता है।...

जालंध (बुलंद): आम आदमी पार्टी के लिए 2019 लोकसभा चुनावों की राह कांटों भरी हो सकती है। पार्टी के लिए पंजाब विधानसभा चुनावों के बाद से ही लगातार ऐसे हालात बनते दिखाई दे रहे हैं कि लोकसभा चुनावों तक पार्टी के लिए उमीदवारों की तलाश कर पाना भी बेहद कठिन हो सकता है। पार्टी को पंजाब विस चुनावों में मिली हार के बाद चाहे विधानसभा में विपक्ष के तौर पर आप पार्टी ने पैर जमाए लेकिन उसका कोई फायदा आम जानता के बीच उक्त पार्टी को नहीं मिल सका।
 

पार्टी के कई वफादार नेता दूसरी पार्टियों में कर रहे प्रवेश
कांग्रेस से आम जनता के लिए विरोधी दल को तौर पर ‘आप’ कोई ऐसा ऐलान नहीं करवा सकी कि जिससे यह कहा जा सकता कि पार्टी विस में सरकार पर दबदबा बनाकर काम कर रही है। मामले बारे सबसे हैरानीजनक बात तो यह सामने आई कि पार्टी के कई वफादार नेता पार्टी को समय-समय पर अलविदा कहकर दूसरी पार्टियों में प्रवेश करते जा रहे हैं। शाहकोट से डा. अमरजीत ङ्क्षथद का अकाली दल में जाना बेहद हैरानीजनक रहा। उधर केजरीवाल ने माफीनामों की झड़ी लगाकर आम लोगों में ऐसी चर्चा छेड़ दी है कि माफियों का मतलब यह निकाला जाए कि जो इल्जाम केजरीवाल ने चुनावों के दौरान दूरी पार्टियों के नेताओं पर लगाए थे, वे सारे झूठे थे। आप नेता केजरीवाल की माफी पर पर और चोट एस.टी.एफ. पंजाब की रिपोर्ट से लगी, जिसमें मजीठिया का नशा तस्करी और रेत माइनिंग में शामिल होने से इंकार नहीं किया सकता, कहा गया।

केजरीवाल सिर्फ खुद के लाभ-हानि को पहले देखते हैं
लोग साफ कहते सुने जा रहे हैं कि केजरीवाल जिन मुद्दों पर माफी मांग रहे हैं एस.टी.एफ. उन्हीं मामलों पर मजीठिया को कटघरे में खड़ा कर रही है। इससे साफ है कि केजरीवाल सिर्फ खुद के लाभ-हानि को पहले देखते हैं, अपनी पार्टी या अपने वर्करों को पीछे रखते हैं। मामले बारे पार्टी के अंदरूनी जानकारों की मानें तो ‘आप’ के लिए आने वाले दिनों में और कई झटके लग सकते हैं। पार्टी के कई दिग्गज अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस के संपर्क में हैं और लोकसभा चुनावों को देखते हुए अगर केजरीवाल की ओर से पंजाब इकाई को मजबूत बनाने के लिए कोई अहम कदम नहीं उठाते तो इससे पार्टी को आगामी लोकसभा चुनावों में कांटों भरी राह पर चलने के लिए तैयार रहना चाहिए। मामले बारे पार्टी के पंजाब उपप्रधान अमन अरोड़ा का कहना है कि पार्टी को लोकसभा चुनावों से पहले पंजाब में पूरी तरह से मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे केजरीवाल से मुलाकात करके सारी जमीनी हकीकत से अवगत कराया जाएगा। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!