Edited By Vatika,Updated: 07 Aug, 2020 01:00 PM
कहते हैं कि जन्म देने वाले मां-बाप की बजाए पालन-पोषण करने वाले मां-बाप के साथ बच्चों का रिश्ता अधिक गहरा होता है।
पटियाला (इंद्रजीत बख्शी): कहते हैं कि जन्म देने वाले मां-बाप की बजाए पालन-पोषण करने वाले मां-बाप के साथ बच्चों का रिश्ता अधिक गहरा होता है। पटियाला के गांव जलालपुर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जहां 9 साल की बच्ची को जब उसके पालन पोषण करने वाले मां-बाप से दूर होना पड़ा तो उसका रो-रो कर बुरा हाल हो गया। इतना ही नहीं बच्ची को जाता देख पालन-पोषण करने वाले मां-बाप का भी हाल बेहाल था।
दरअसल, इस बच्ची को जन्म देने वाले मां-बाप ने बच्ची के जन्म के कुछ महीने बाद तलाक ले लिया था। बच्ची का पिता फौज में था तो 8-9 महीने की बच्ची को रिश्तेदारों के पास छोड़ कर वह फ़ौज में चला गया जब पिता छुट्टी पर आता तो बच्ची के साथ समय बिताता था लेकिन अब बच्ची के पिता ने अदालत में केस करके बच्ची की कस्टडी खुद ले ली।
पिता के इस फ़ैसले के साथ जहां बच्ची को बेहद धक्का लगा वहीं उसकी परवरिश करने वाले मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल है। फ़िलहाल बच्ची ने पत्रकारों के सामने आकर बहुत बेबाकी से सारी बात बताई और हाथ जोड़कर अदालत को अपने फ़ैसले पर फिर विचार करने की फ़रियाद की है।