Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 09:36 AM
सरकार ने देश से निर्यात कारोबार बढ़ाने के वास्ते चमड़ा और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों को 8450 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रोत्साहन देने का ऐलान किया है
जालंधर (पाहवा): सरकार ने देश से निर्यात कारोबार बढ़ाने के वास्ते चमड़ा और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों को 8450 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रोत्साहन देने का ऐलान किया है। जी.एस.टी. (माल एवं सेवा कर) लागू होने से बाधित निर्यात कारोबार को गति देने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि गुजरात चुनाव से ठीक पहले इसका ऐलान मतदान से जोड़कर देखा जा रहा है। गुजरात चुनाव में जी.एस.टी. का मुद्दा अहम है और इसे लेकर व्यापारियों के वोट छिटकने का डर भाजपा को सता रहा है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज 2015-2020 की पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति (एफ.टी.पी.) की मध्यकालिक समीक्षा जारी करते हुए निर्यातकों को इस प्रोत्साहन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रमिक बहुल और सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उद्यम क्षेत्र में वस्तु के साथ-साथ सेवा निर्यात के लिए प्रोत्साहन राशि 2 प्रतिशत बढ़ाई गई है। संशोधित एफ.टी.पी. में श्रमिक बहुल उद्योगों, सूक्ष्म, लघु व मघ्यम उद्योग (एम.एस.एम.ई.) से मौजूदा भारत से वस्तु निर्यात योजना के तहत होने वाले पूरे निर्यात पर प्रोत्साहन दर में 2 प्रतिशत वृद्धि की गई है। इससे कुल मिलाकर 4567 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि इन क्षेत्रों को उपलब्ध होगी।
इसका लाभ चमड़ा, कृषि, कालीन, हस्तशिल्प और समुद्री उत्पाद क्षेत्र को मिलेगा। इसके साथ ही सेवा क्षेत्र के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए भारत से सेवा निर्यात योजना में भी प्रोत्साहन दर को 2 प्रतिशत बढ़ाया गया है। इसमें भी 1140 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि जारी होगी। वाणिज्य मंत्रालय ने पिछले महीने इसी तरह की 2 प्रतिशत अतिरिक्तप्रोत्साहन राशि गार्मैंट्स और मेड-अप्स के लिए घोषित की थी। इसमें भी 2743 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि जारी होगी।