Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 04:39 PM
किसानों अपनी दो प्रमुख मांगों कर्ज माफी और डॉ. एमएस स्वामीनाथन की सिफारिश के मुताबिक फसलों के भाव तय करने के लिए देश के 62 किसान संगठन दिल्ली में एकजुट होंगे। 23 फरवरी को दिल्ली के बहादुरगढ़ और केनाल बाइपास पर ट्रैफिक जाम किया जाएगा।
चंडीगढ़ः किसानों अपनी दो प्रमुख मांगों कर्ज माफी और डॉ. एमएस स्वामीनाथन की सिफारिश के मुताबिक फसलों के भाव तय करने के लिए देश के 62 किसान संगठन दिल्ली में एकजुट होंगे। 23 फरवरी को दिल्ली के बहादुरगढ़ और केनाल बाइपास पर ट्रैफिक जाम किया जाएगा।
पंजाब से भारतीय किसान यूनियन (कादियां) के प्रधान हरमीत सिंह कादियां, राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के मेंबर गुरनाम सिंह, जगजीत सिंह, किसान नेता मेहर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार उनकी मांगों के मुद्दे पर राजनीति कर रही है, लेकिन अब किसान आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब से किसान संगठन ट्रैक्टर ट्रॉलियां, तंबू और खाने-पीने का सामान लेकर दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
केंद्र सरकार ने कुल लागत पर डेढ़ गुणा लाभ देने की बात की गई है, उसका कुल लागत मूल्य के साथ कोई सही मापदंड नहीं है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए एएफएल (असली लागत और किसानी की मेहनत लागत) का फॉर्मूला लागू करने की बात कही है, जबकि सी टू पर 50 फीसद लाभ जोड़ कर एमएसपी तय करना चाहिए।