Edited By Vatika,Updated: 11 Sep, 2020 09:44 AM
लोकल बॉडीज के चुनावों के बाद अक्सर पार्षदों को यह शिकायत रही कि उनकी वार्डों में विकास के काम नहीं होने के कारण वे लोगों को क्या मुंह दिखाएं।
जालंधर(सोमनाथ): लोकल बॉडीज के चुनावों के बाद अक्सर पार्षदों को यह शिकायत रही कि उनकी वार्डों में विकास के काम नहीं होने के कारण वे लोगों को क्या मुंह दिखाएं। ये पार्षद मेयर के पास अपनी शिकायतें दर्ज करवाते रहे हैं, लेकिन कुछ पार्षद ऐसे भी हैं जो बी. एंड आर. मेंटीनैंस के तहत मिले फंड को अपनी वार्डों में खर्च ही नहीं कर पाए हैं और जिन कौंसलरों ने वार्डों में मेंटीनैंस के लिए राशि खर्चकर उसका हिसाब दे दिया है उनके लिए आज नगर निगम ने खजाने के दरवाजे खोलते हुए उनकी वार्डों के लिए टैंडर मांगे हैं। नगर निगम ने ये टैंडर ई-टैंडरिंग प्रक्रिया से मांगे हैं।
छह कौंसलर खर्च नहीं पाए फंड, 4 कांग्रेस के
नगर निगम की तरफ से आज जिन छह कौंसलरों की वार्डों के लिए टैंडर नहीं मांगे गए हैं उनमें 4 कौंसलर कांग्रेस के हैं। उल्लेखनीय है कि नगर निगम में कांग्रेस काबिज है और उसी के कौंसलर विकास कार्यों के लिए मिला फंड यूज नहीं कर पाए। इन छह कौंसलरो में एक भारतीय जनता पार्टी और एक शिरोमणि अकाली दल से संबंधित कौंसलर है। इस संबंध में जब इन कौंसलरों से बात की गई तो उनका कहना था कि राजनीतिक दबाव के तहत ठेकेदार ने उनकी वार्डों में पूरे काम ही नहीं किए, जिस कारण उनकी वार्डों के आज टैंडर नहीं मांगे गए हैं।
गलियों-नालियों और पार्कों की रिपेयर के लिए मिला था यह फंड
उल्लेखनीय है कि नगर निगम की ओर से जो टैंडर आज मांगे गए हैं वे गलियों-नालियों की रिपेयर, पैचवर्क, पार्कों के रख-रखाव आदि पर के काम के लिए हैं। जिन कौंसलरों की वार्डों के लिए टैंडर नहीं मांगे गए हैं इसका सीधा संकेत यह जाता है कि उनकी वार्डों में रिपेयर तक के काम भी ठेकेदार ने पूरे नहीं किए हैं। अब इन कौंसरों की वार्डों के लिए तब टैंडर लगेंगे, जब ये कौंसलर पहले से मिले फंड का पूरी तरह इस्तेमाल कर उसका हिसाब निगम को देंगे।