Edited By Riya bawa,Updated: 13 Apr, 2020 02:44 PM
लुधियाना और जालंधर जिले की आबाेहवा सूबे में सबसे अच्छी रिकाॅर्ड की गई है। वहीं, बठिंडा का वातावरण...
पंजाब: एक तरफ कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया ठप हो गयी है वहीं इस वजह से अच्छी बात ये सामने आई है कि लगाए कर्फ्यू के बाद वातावरण शुद्ध हुआ है। राहत वाली बात यह भी है कि पाॅल्यूशन फैलने के लिए बदनाम लुधियाना और जालंधर जिले की आबाेहवा सूबे में सबसे अच्छी रिकाॅर्ड की गई है। वहीं, बठिंडा का वातावरण कुछ खराब है। पीपीसीबी के एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के 12 अप्रैल पिछले साल एक्यूआई-98 के मुकाबले इस साल 12 अप्रैल 99 यानी एक प्वाइंट ज्यदा रिकाॅर्ड किया गया है। कर्फ्यू में एक्यूआई के बढ़ने काे पीपीसीबी अधिकारी कर्फ्यू का उल्लंघन मान रहे हैं।
ये है मापने का पैमान
पीएम-10 और पीएम-2.5 धूल, कंस्ट्रकशन और कूड़ा व पराली जलाने से ज्यादा बढ़ता है। ये भी जानना जरूरी है कि पीएम-10 का सामान्यत लेवल 100 माइक्रो ग्राम क्यूबिक मीटर और पीएम-2.5 का लेवल 60 माइक्रो ग्राम क्यूबिक मीटर होना चाहिए। ये सबसे अच्छी स्थिति होती है। कंस्ट्रकशन बंद होना इस वातावरण के ठीक होने की बड़ी वजह है।प्रदुषण कम होने से अभी हाल ही में जालंधर में करीब 200 किलोमीटर दूर हिमाचल के धौलाधार की पहाड़ियां दशकों बाद नजर आईं थी वहीं जल प्रदूषण कम होने से भी हरिकेपत्तन में भी डॉल्फिन अठखेलियां करती नज़र आई थी।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
शहर अप्रैल 2019 अप्रैल 2020
लुधियाना 73 37
जालंधर 104 37
रूपनगर 153 40
अमृतसर 83 41
पटियाला 203 44
खन्ना 78 45
मंडीगाेबिंदगढ़ 119 62
बठिंडा 98 99