Edited By Sonia Goswami,Updated: 02 Jun, 2018 11:12 AM
नायब तहसीलदार और कानूनगोज की पोस्टों पर अनिवार्य 5 साल के तजुर्बे को कम करके 3 साल किया जा रहा है।
जालंधर (अमित): नायब तहसीलदार और कानूनगोज की पोस्टों पर अनिवार्य 5 साल के तजुर्बे को कम करके 3 साल किया जा रहा है। इस आदेश के जारी होने से बतौर नायब तहसीलदार प्रमोशन लेने वालों के लिए आसानी हो जाएगी, क्योंकि जहां पहले 5 साल के तजुर्बे के बाद वे योग्य बनते थे, अब केवल 3 साल के तजुर्बे से वह प्रमोशन ले सकेंगे।
इस संबंधी प्रदेश सरकार के माल व पुनर्वास विभाग ने एक प्रस्ताव बनाकर पंजाब लोक सेवा कमीशन के पास भेजा था कि पंजाब नायब तहसीलदार (ग्रुप बी) सेवा नियम, 2018 रूल के ड्राफ्ट की मंजूरी दी गई थी जिसके लिए लोक सेवा कमीशन की तरफ से मंजूर किए गए प्रस्ताव में नायब तहसीलदारों की 189 रैगुलर पोस्टें दर्शाई गई थीं। मगर अब नायब तहसीलदारों की 13 एक्स कैडर पोस्टों को भी नायब तहसीलदार की कुल पोस्टों में शामिल करने का फैसला लिया गया है।
गत दिवस कैबिनेट की मीटिंग में इसे पास करके आदेश जारी किया गया है। प्रदेश के समूह रैवेन्यू अधिकारियों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। जालंधर डिवीजन के प्रधान मनोहर लाल की अध्यक्षता में इस संबंधी एक विशेष मीटिंग आयोजित की गई और सरकार का आभार प्रकट किया गया। इस अवसर पर तहसीलदार-2 हरमिन्द्र सिंह, तहसीलदार-1 करणदीप सिंह भुल्लर, तहसीलदार नकोदर भूपिन्द्र सिंह, नायब तहसीलदार-1 गुरप्रीत सिंह, नायब तहसीलदार करतारपुर सतविन्द्र सिंह ढड्डा, तहसीलदार फिल्लौर तपन भनोट, नायब तहसीलदार आदमपुर प्रदीप कुमार, नायब तहसीलदार फिल्लौर जोगिन्द्र लाल, नायब तहसीलदार नूरमहल परगुण सिंह, नायब तहसीलदार भोगपुर गुरपाल सिंह, नायब तहसीलदार नकोदर राम चंद, नायब तहसीलदार डेरा बाबा नानक लक्ष्मण सिंह, नायब तहसीलदार गढ़शंकर कुलवंत सिंह, नायब तहसीलदार कपूरथला सुखदेव कुमार बंगड़ आदि रैवेन्यू अधिकारी उपस्थित थे।