5 रुपए प्रति यूनिट के नाम पर राज्य की इंडस्ट्री से धोखा : बैंस

Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Mar, 2018 08:56 AM

5 rupees per unit name  betrayed by state industry bains

पंजाब विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव को अंग्रेजी में पढऩे के विरोध में सदन से लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधु विधायकों ने वॉकआऊट कर दिया। इसके बाद पत्रकारवार्ता में पार्टी प्रधान सिमरजीत...

चंडीगढ़ (शर्मा): पंजाब विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव को अंग्रेजी में पढऩे के विरोध में सदन से लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधु विधायकों ने वॉकआऊट कर दिया। इसके बाद पत्रकारवार्ता में पार्टी प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस ने आरोप लगाया कि कैप्टन सरकार ने राज्य की इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने के अपने चुनावी वायदे को नाटकीय ढंग से प्रचारित कर राज्य के उद्योग जगत के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि वह सदन में यह मुद्दा उठाना चाहते थे लेकिन स्पीकर ने जानबूझकर उन्हें बोलने का समय नहीं दिया। बैंस ने आरोप लगाया कि कै. अमरेंद्र सिंह एक ओर ङ्क्षढढोरा पीट रहे हैं कि राज्य में इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है लेकिन दूसरी ओर चालू वित्त वर्ष के दौरान बिजली की दरों में टू-पार्ट टैरिफ लगवाकर बिजली की इंडस्ट्रीयल दरों में 40.60 प्रतिशत से लेकर 89.90 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी कर दी गई है।


बैंस ने आरोप लगाया कि गत 31 मार्च 20 किलोवाट बिजली लोड वाले स्माल पावर सप्लाई इंडस्ट्रियल यूनिट्स की बिजली दरें 5 रुपए प्रति यूनिट थीं जो वर्तमान में टू-पार्ट टैरिफ के तहत 7.70 रुपए प्रति यूनिट हो गई हैं। इस तरह इस श्रेणी के उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 54 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है। इसी तरह 20 किलोवाट से 100 किलोवाट बिजली लोड के इंडस्ट्रीयल उपभोक्ताओं की दरें 5.51 रुपए प्रति यूनिट से बढ़कर 7.93 रुपए कर इनकी दरों में 58.6 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। 

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