Edited By Vatika,Updated: 17 Apr, 2020 02:29 PM
भारत व पाकिस्तान के बीच फंसे यात्रियों को अपने वतन लौटाने के लिए वीरवार को एक दिन के लिए भारत-पाकबर खोल दिया गया और पाकिस्तान के 41 यात्री अपने वतन लौट गए।
अमृतसर(नीरज): भारत व पाकिस्तान के बीच फंसे यात्रियों को अपने वतन लौटाने के लिए वीरवार को एक दिन के लिए भारत-पाकबर खोल दिया गया और पाकिस्तान के 41 यात्री अपने वतन लौट गए।
जानकारी के अनुसार इन यात्रियों में से 13 यात्री स्वामी विवेकानंद नशा छुड़ाओ केन्द्र अमतसर में कोरनर्टीन में थे जबकि बाकि यात्री दिल्ली, बिहार, उत्तर-प्रदेश व महाराष्ट्र से अटारी बार्डर पर आए थे। लॉकडाउन से पहले यह यात्री भारत में अपने धार्मिक यात्रा व रिश्तेदारों से मिलने के लिए आए थे लेकिन लॉकडाउन में फंस गए। मोहम्मद अजमल ने पत्रकारों को न्यताया कि वह उर्स मनाने के लिए भारत आए थे लेकिन लॉकबाउन में फंस गए।पाकिस्तानी यात्रियों ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो लॉकडाउन का फैसला किया है वह सचमुच ही सराहनीय है। पाकिस्तान सरकार ने भी अपने यहां लॉकडाउन कर रखा है क्योंकि इसके अलावा कोरोना को खत्म करने का कोई उपाय नहीं है लेकिन दोनों देशों में एक दूसरे के यात्रियों को तुरंत आजाद कर देना चाहिए।
पाकिस्तान में 205 जबकि भारत में कुल 60 यात्री हैं फंसे
सुरक्षा एजैंसियों की रिपोर्ट के अनुसार इस समय पाकिस्तान में कुल 205 भारतीय यात्री फंसे हुए है जबकि भारत में कुल 60 पाकिस्तानी फंसे हुए थे जिनमें से 41 आज वतन लौट चुके है।