Edited By Anjna,Updated: 29 May, 2018 08:21 AM
सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला की पुलिस ने लूटपाट और डकैती करने वाले गिरोह के 4 लोगों को घातक हथियारों समेत गिरफ्तार किया है, जबकि 2 मौके से फरार हो गए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से एक पिस्तौल 315 बोर, एक रौंद 315, दातर, खंडा, राड, लोहे की पाइप और 2...
पटियाला (बलजिन्द्र): सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला की पुलिस ने लूटपाट और डकैती करने वाले गिरोह के 4 लोगों को घातक हथियारों समेत गिरफ्तार किया है, जबकि 2 मौके से फरार हो गए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से एक पिस्तौल 315 बोर, एक रौंद 315, दातर, खंडा, राड, लोहे की पाइप और 2 मोटरसाइकिलें बरामद किए गए। इस संबंध में डी.एस.पी. डी. सुखमिंदर सिंह चौहान ने बताया कि समाना और आस-पास के एरिया में कई वारदातें होने के बाद एस.एस.पी. डा. एस. भूपति और एस.पी. इन्वैस्टीगेशन हरविंदर सिंह विर्क की हिदायतों पर कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए गिरोह के लोगों में गुरविंदर सिंह घुला निवासी तेज कालोनी समाना, लवप्रीत सिंह लवली निवासी अजीत नगर भवानीगढ़, सागर कुमार निवासी वाल्मीकि मोहल्ला चकला बाजार समाना, बिंदर कुमार उर्फ बिंदा चौक मछली हट्टा समाना शामिल हैं, जबकि सुरिंदरपाल सिंह उर्फ छिंदा निवासी सरां पत्ती समाना, सिमरतपाल सिंह उर्फ बिल्ली निवासी नाभा कालोनी समाना मौके से फरार हो गए।
डी.एस.पी. चौहान ने बताया कि सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला के इंचार्ज इंस्पैक्टर दलबीर सिंह ग्रेवाल के निर्देशों पर एस.आई. करतार सिंह पुलिस पार्टी समेत भाखड़ा पुल पटियाला रोड समाना में मौजूद थे, जहां सूचना मिली कि उक्त गिरोह 6 लोगों जोकि लूटपाट करने के आदी हैं, घातक हथियारों के साथ लैस होकर साईं इंटरप्राइजिज फैक्टरी पटियाला रोड समाना के साथ लगते खाली प्लाट में बैठ कर डकैती करने की योजना बना रहे हैं, इस पर पुलिस पार्टी ने रेड करके 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और 2 फरार हो गए। गिरफ्तार किए सदस्यों से जब पूछताछ की गई तो इनके खिलाफ पहले भी चोरी और नशीले पदार्थों की तस्करी केस दर्ज होने की बात सामने आई।
डी.एस.पी. चौहान ने बताया कि गुरिंदर सिंह घुल्ला के खिलाफ 2, सुरिंदरपाल ङ्क्षछदा, सिमरतपाल बिल्ली और बिंदर कुमार के खिलाफ 1-1 केस दर्ज है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना गुरविंदर सिंह घुल्ला है जोकि अप्रैल 2018 में चोरी केस में से जमानत पर रिहा होकर आया था, जिसने गिरोह को फिर से संगठित करके वारदातों को अंजाम देना शुरू किया।