Edited By Vatika,Updated: 03 Apr, 2018 05:02 PM
इराक में आतंकी संगठन आई.एस. द्वारा मारे गए 39 भारतीयों में शामिल कमलजीत सिंह का आज यहां चौनी कलां गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
होशियारपुरः इराक में आतंकी संगठन आई.एस. द्वारा मारे गए 39 भारतीयों में शामिल होशियारपुर के कमलजीत सिंह का आज यहां गमगीन माहौल में गांव चौनी कलां में अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे जब शव के अवशेष को संस्कार के लिए ले जाया गया तो वहां चीख पुकार मच गई। प्रशासन के अधिकारियों ने ताबूत खोलने से मना किया हुआ था। सरकार की तरफ से इस बारे में सख्त आदेश दिया गया था लेकिन परिजनों की जिद के आगे प्रशासन की नहीं चली। श्मशानघाट में जब ताबूत को खोला गया तो परिजनों की एकबार फिर से चीख-पुकार मच गर्इ।
ताबूत में हड्डियों के टुकड़े के साथ कमलजीत के कपड़े भी थे जिसे परिजनों ने पहचान कर बताया कि यह कपड़े कमलजीत के ही हैं। पिता प्रेम सिंह ने कमलजीत की चिता को अग्नि दी। प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। कमलजीत के परिवार में पत्नी हरविंदर कौर, एक बेटी और एक बेटा हैं। कमलजीत उन भारतीयों में शामिल था जो इराक निर्माण मजदूर के रूप में काम करने गए थे और 2014 में उनका अपहरण किया गया तथा बाद में हत्या कर दी गई।