Edited By Vaneet,Updated: 09 Nov, 2018 06:10 PM
अमृतसर सहित देश के 39 छोटे हवाई अड्डों पर बम का पता लगाने तथा बम निरोधक उपकरण लगाने का निर्णय लिया गया है। छोटे हवाई अड्डों की सुरक्षा...
जालन्धर(धवन): अमृतसर सहित देश के 39 छोटे हवाई अड्डों पर बम का पता लगाने तथा बम निरोधक उपकरण लगाने का निर्णय लिया गया है। छोटे हवाई अड्डों की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है। इन 39 हवाई अड्डों में भोपाल, देहरादून, त्रिची, जोधपुर आदि भी शामिल हैं। इस समय देश के बड़े हवाई अड्डों जैसे दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, कोलकाता, कोचीन तथा हैदराबाद में पहले से ही बम निरोधक उपकरण व दस्ते मौजूद हैं। छोटे हवाई अड्डों पर बम निरोधक उपकरण व दस्ते उपलब्ध करवाने के लिए केंद्रीय स्तर पर 3 बैठकें नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच हो चुकी हैं।
इन उपकरणों की इसलिए जरूरत है ताकि बमों का पता लगाया जा सके तथा साथ ही जरूरत पडऩे पर उन्हें निरस्त भी किया जा सके। देश के 61 हवाई अड्डों में से 6 पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बलों को बमों को निरस्त करने के उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। नए बम निरोधक उपकरण तथा दस्ते उपलब्ध करवाने के लिए सरकार को छोटे हवाई अड्डों पर बमों का पता लगाने वाली मशीने, बम डिस्पोजल सूट्स, रिमोट आप्रेटिड व्हीकल्स तथा अन्य उपकरण उपलब्ध करवाने होंगे। इन उपकरणों का उल्लेख ब्यूरो फॉर सिविल एविएशन सिक्योरिटी द्वारा अपनी रिपोर्टों में किया गया है।
विस्फोटक पदार्थों तथा हथियारों का पता लगाने के लिए आर.टी.वी.एस. का प्रयोग किया जाता है। इन्हें सुरक्षा कर्मचारी प्रयोग उस समय करते हैं जब उन्हें किसी लावारिस वस्तु में बम आदि होने का अंदेशा होता है। माना जा रहा है कि प्राइवेट संचालित एयरपोर्टों तथा 18 ए.ए.आई. एयरपोर्टों पर नई प्रणालियां 2012 तक पहले ही उपलब्ध करवाई गई थी ताकि लावारिस बैगों में बम आदि का शक होने पर उन्हें निरस्त किया जा सके।