Edited By Sonia Goswami,Updated: 26 Apr, 2018 10:02 AM
साफ-सफाई के प्रति सहृदय होना एक अहसास है जो कि हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है
चंडीगढ़ (ब्यूरो): ‘साफ-सफाई के प्रति सहृदय होना एक अहसास है जो कि हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि हम आने वाली पीढिय़ों के लिए एक साफ-सुथरा वातावरण छोड़ कर जाएं क्योंकि सफाई में ही स्वस्थ स्वास्थ्य छिपा हुआ है। यह बात पंजाब म्यूनिसिपल भवन में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कूड़ा-कर्कट मुक्त शहरों का दर्जा तय करने संबंधित एक क्षेत्रीय वर्कशाप के दौरान कही।
वर्कशाप में पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के शहरी स्थानीय निकायों के नुमाइंदे शामिल हुए। सिद्धू ने बताया कि वर्ष 2017 के मुकाबले स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में पंजाब की 32 शहरी स्थानीय इकाइयों को पूरे देश की 4041 शहरी स्थानीय इकाइयों में से चोटी की 100 इकाइयों में स्थान मिला है। यह दर्जा स्वच्छता एप पर आधारित है। सिद्धू ने प्रत्येक नागरिक को न्यौता दिया कि पंजाब को साफ-सफाई और स्वस्थ वातावरण के पैमाने पर अग्रणी स्थान दिलवाने के लिए तन-मन से जुट जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य से खुले में शौच जाने की कुरीति को खत्म करने के पक्ष से काफी सुधार देखने में आया है और उन्होंने यह भरोसा दिया कि जुलाई, 2018 तक राज्य खुले में शौच मुक्त हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शहरों को कूड़े की समस्या से पूरी तरह मुक्त करने संबंधित सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट एक बेहद कारगर हथियार है और स्थानीय निकाय विभाग ने नई पहल करते हुए सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट को विकेंद्रीकृत किया है जिसके अंतर्गत इसके अलग-अलग हिस्सों के लिए माहिर नियुक्त किए गए हैं।