Edited By Vatika,Updated: 29 Dec, 2019 11:07 AM
भारतीय फौज के कभी भी राहने वाले जजबे को आगे बढ़ाते हुए 2 युवा महिला नर्सिंग ने यह साबित कर दिया एक फौजी हर समय अपनी ड्यूटी के प्रति समर्पित रहता है।
अमृतसर(जशन, दलजीत): भारतीय फौज के कभी भी राहने वाले जजबे को आगे बढ़ाते हुए 2 युवा महिला नर्सिंग ने यह साबित कर दिया एक फौजी हर समय अपनी ड्यूटी के प्रति समर्पित रहता है। आफिसर्ज कैप्टन ललथिया तथा कैप्टन अमनदीप मिलिट्री अस्पताल तिबड़ी कैंप गुरदासपुर में तैनात हैं।
दरअसल, एक महिला हावड़ा ट्रेन में सफर कर रही थी और साथ में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल की प्रिंसीपल मोना कौर तथा एक अन्य यात्री लखविंदर सिंह गिल भी सफर कर रहे थे। इसी दौरान जब उक्त टे्रन अमृतसर जा रही थी तो इसी दौरान 2 युवा महिला नर्सिंग आफिसर्ज कैप्टन ललथिया तथा कैप्टन अमनदीप भी यात्रा कर रही थीं। दोनों महिला आफिसर्स लखनऊ से अमृतसर आ रही थीं। इसी दौरान ही एक अन्य महिला यात्री 21 वर्षीय कोमल सफर 8 माह की गर्भवती थी। जब ट्रेन अमृतसर को ओर आ रही थी तो इसी दौरान कोमल को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और वह दर्द से छटपटाने व चिल्लाने लगी।
महिला के चीखों को दोनों सेना की महिला आफिसर्ज ने सुनी तो तुरंत ही उक्त महिला के इलाज के लिए दौड़ी। इस दौरान उन्हें जब पता चला कि कोमल अभी केवल 8 माह की ही गर्भवती है। ऐसे समय में जच्चा और बच्चा दोनों का ही रिस्क होता है। यहां रेलगाड़ी में तो किसी भी प्रकार की कोई आपात मैडीकल सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। इसके बावजूद दोनों महिला आफिसर्स ने कोमल की डिलीवरी करवाई और महिला ने बच्ची को जन्म दिया।