Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 01:00 PM
पाकिस्तान के कराची की लांडी जेल से रिहा हुए 146 मछुआरों में से एक गुजरात के कौड़ीनाथ के परवीन राठौड़ ने जेल में जासूसी के आरोप में दो पंजाबी युवकों के बंद होने की बात कही है।
अमृतसरः पाकिस्तान के कराची की लांडी जेल से रिहा हुए 146 मछुआरों में से एक गुजरात के कौड़ीनाथ के परवीन राठौड़ ने जेल में जासूसी के आरोप में दो पंजाबी युवकों के बंद होने की बात कही है। उसके मुताबिक दोनों युवकों को बुरी तरह से टार्चर किए जाने की वजह से वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उनमें से एक ब्लड कैंसर से पीड़ित है। वहीं रिहा हुए अन्य मछुआरों ने बताया कि पाक तट रक्षक बल ने उन्हें भारतीय जल सीमा से ही पकड़ा था, और बुरी तरह से पीटने के बाद उनके मोबाइल और पैसे भी छीन लिए गए। वहीं जेल में अच्छा खाना भी नहीं मिलने की बात कही।
रेडक्रॉस में मौजूद पाकिस्तानी जेल से रिहा हुए मछुआरे अपने प्रदेश गुजरात जाने के लिए बेताब दिखे। सोनारी के रहने वाले भूपत के मुताबिक जेल में अभी भी 250 के करीब भारतीय मछुआरे बंद पड़े हुए हैं। कैदियों को रोजाना जेल में 5 रोटियां खाने को मिलती थीं। समुद्र में पकड़े जाने पर जब भारतीय मछुआरे कहते हैं कि उनके पास पैसे नहीं है तो तो तलाशी के बाद पैसे निकलने पर पाकिस्तानी तटरक्षक दल वाले उन्हें बुरी तरह से पीटते हैं।
जिला गेरसोमनाथ के शफीक ने बताया कि उनकी बोट का जीपीएस सिस्टम खराब था और वे सोए थे कि पकड़े गए। पाक तटरक्षक दल ने उनके पैसे और मोबाइल छीन कर उनकी पिटाई की। जेल में 3 माह तक उनके घरों से आई चिट्ठियां नहीं दी गईं। उसके छोटा भाई फिरोज (24) अभी भी लांडी जेल में बंद है। जेल में बंद 250 मछुआरों में से 3 को अधरंग हो चुका है।