Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jun, 2017 07:58 AM
नगर निगम में वित्तीय संकट के चलते अधिकारियों का हाल बेहाल हुआ पड़ा है। वेतन देने के लिए निगम का गल्ला खाली पड़ा है, ऊपर से करोड़ों रुपए की देनदारी पड़ी हुई है जिससे निगम दीवालिया दिखाई दे रहा है।
अमृतसर(रमन): नगर निगम में वित्तीय संकट के चलते अधिकारियों का हाल बेहाल हुआ पड़ा है। वेतन देने के लिए निगम का गल्ला खाली पड़ा है, ऊपर से करोड़ों रुपए की देनदारी पड़ी हुई है जिससे निगम दीवालिया दिखाई दे रहा है। निगम में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक को अप्रैल से लेकर वेतन नहीं नसीब नहीं हुआ है जिससे निगम कर्मचारी हर रोज अकाऊंट अफसर के दफ्तर के चक्कर पर चक्कर काट रहे हैं और उन्हें निराशा ही मिल रही है। निगम अधिकारियों के अनुसार वैट की 7-8 करोड़ रुपए की किस्त आनी है जिससे वेतन की कुछ रकम देने की योजना बन रही है लेकिन पावर कॉम के अधिकारी निगम में आने वाली वैट की किश्त में से अपनी 30 करोड़ रुपए की रकम निकालने के प्रयास में हैं। निगम में केवल 8 करोड़ रुपए के लगभग रकम आने की उम्मीद है लेकिन 2 माह का कर्मचारियों को वेतन देना है।
निगम में साढ़े 14 करोड़ रुपए के करीब वेतन कर्मचारियों को जाता है। अपने खर्चे पूरे करने में बुरी तरह से विफल निगम के लिए विकास पर पैसे खर्च करना तो दूर की बात हैं। नतीजा गुरु नगरी का सारा विकास पंजाब व केंद्र सरकार से आने वाली अनुदानों पर ही निर्भर हो गया है। विभिन्न विभागों से होने वाली रिकवरी मात्र तयशुदा खर्च ही पूरे कर पा रही है। निगम में 80 करोड़ के करीब देनदारी पैंडिंग है। वीरवार को नगर निगम कर्मचारी तालमेल दल के प्रधान हरजिंद्र सिंह वालिया की अध्यक्षता में शिष्टमंडल वेतन को लेकर निगम कमिश्नर गुरलवलीन सिंह सिद्धू को मिला व उन्होंने कमिश्नर से फरियाद की कि 2 माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, कर्मचारियों के घरों में खाने के लाले पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को वेतन जल्द से जल्द दिया जाए जिसको लेकर कमिश्नर ने उन्हें आश्वासन दिया कि वैट की किश्त आते ही उन्हें वेतन दे दिया जाएगा।