Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 12:56 PM
सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल टौहड़ा की 11वीं कक्षा की वाल्मीकि समाज की छात्रा वीरपाल कौर को इंसाफ दिलाने के लिए वाल्मीकि समाज के अलग-अलग संगठनों और दलित समाज के अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधियों की तरफ से फव्वारा चौक से जिला शिक्षा अफसर के दफ्तर तक...
पटियाला/रखड़ा(राणा): सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल टौहड़ा की 11वीं कक्षा की वाल्मीकि समाज की छात्रा वीरपाल कौर को इंसाफ दिलाने के लिए वाल्मीकि समाज के अलग-अलग संगठनों और दलित समाज के अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधियों की तरफ से फव्वारा चौक से जिला शिक्षा अफसर के दफ्तर तक रोष मार्च किया गया। रोष मार्च का नेतृत्व दलित नेता और एस.सी./बी.सी. इम्प्लाइज फैडरेशन पंजाब के प्रांतीय नेता डा. जतिन्द्र सिंह मट्टू ने किया। रोष मार्च के दौरान जिला शिक्षा अफसर सैकेंडरी श्रीमती कंवल कुमारी और शिक्षा विभाग के खिलाफ जम कर नारेबाजी की गई।
इस मौके पर बोलते हुए राष्ट्रीय वाल्मीकि सभा के राष्ट्रीय चेयरमैन कुलदीप सहोता ने कहा कि वाल्मीकि समाज की छात्रा वीरपाल कौर के साथ स्कूल में स्कूली स्टाफ की तरफ से जाति आधारित किया गया भेदभाव और की गई मारपीट घोर ङ्क्षनदनीय है। शिक्षा विभाग की तरफ से सभी मामलों की जानकारी होते हुए भी ऐसे स्टाफ के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई। डा. जतिन्द्र सिंह मट्टू ने कहा कि गरीब और वित्तीय तौर पर बेहद कमजोर परिवार की एक होनहार बेटी के साथ की गई धक्केशाही और जाति भेदभाव बहुत ही ङ्क्षनदनीय घटना है। इस मौके पर भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के भाई अरुण धालीवाल ने कहा कि यदि जिला प्रशासन की तरफ से दिए समय पर वीरपाल कौर के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न की गई तो सभी पंजाब का वाल्मीकि समाज सड़कों पर उतरेगा जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। एस.सी./बी.सी. इम्प्लाइज फैडरेशन पंजाब के प्रधान अमरीक सिंह बंगड़ ने कहा कि दोषियों को सजा देने में की जा रही देरी सरेआम पूंजीपतियों का पक्ष पूर्ण वाली बात है।
फैडरेशन बच्ची के साथ है और इस संघर्ष को आने वाले दिनों में और तेज किया जाएगा।इस मौके पर रोष प्रदर्शन को भाई अरुण धालीवाल, लवली अछूत, भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के समाना से दीपू बाली, हरदीप सिंह धालीवाल, भाई हैप्पी लोहट, सैंट्रल वाल्मीकि सभा के नेता दर्शन सिंह मैण, लोक जन शक्ति से किरणजीत सिंह गहरी, मुकेश राही (भावस), वाल्मीकि महापंचायत से हरमेश ह्याना, भाई जीवनदास गिल, गुरविंद्र सिंह दुद्धड़, हरविन्द्र सिंह सरपंच, कुशपिंद्र कल्याण, शंटी गिल, जतिन्द्र धालीवाल, सुरिन्द्र सिंह पूर्व लेबर इंस्पैक्टर, दीपू बाली जिला प्रधान भारतीय वाल्मीकि धर्म भावाधस, पवन भूमक समाज सेवक, बलदेव सिंह बाठ, मङ्क्षनद्र सिंह, बलबीर सिंह फौजी आदि ने संबोधित किया।
जिला प्रशासन से डिप्टी कमिश्नर पटियाला की तरफ से भेजे गए तहसीलदार सुभाष भारद्वाज के विश्वास दिलाने के बाद रोष धरना 13 जनवरी तक मुल्तवी कर दिया गया। इस धरने में पीड़ित वीरपाल कौर और उसके माता-पिता ने भी शिरकत की। रोष धरने के दौरान पूर्व विद्यार्थी नेता हरबंस सोनू ने क्रांतिकारी कविताएं सुनाकर धरने में जोश भरा। वीरपाल कौर के साथ हुए जाति भेदभाव बारे जब एस.सी./बी.सी. इम्प्लाइज फैडरेशन पंजाब के सचिव और दलित नेता डाक्टर जङ्क्षतद्र मट्टू ने आज जिला शिक्षा विभाग के दफ्तर के आगे दिए धरने में पहुंचे समूचे एस.सी. संगठनों ने ऐलान किया कि यदि 2 दिनों में प्रशासन की तरफ से अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो 15 जनवरी से धरने शुरू किए जाएंगे और प्रदेश स्तरीय धरना दिया जाएगा, जिसमें पंजाब के अलग-अलग एस.सी. संगठनों के नेता शामिल होंगे। डा. मट्टू ने कहा कि इंसाफ न मिलने की सूरत में समूचा एस.सी. भाईचारा डी.सी. दफ्तर के सामने पक्के तौर पर धरना देगा जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा।