Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 03:56 PM
सैकुलर यूथ फैडरेशन ऑफ इंडिया (सैफी) ने पिछली सरकार दौरान अधिकारियों द्वारा पंजाबी यूनिवर्सिटी में हुए घोटालों के आरोपियों को बचाने का आरोप वाइस चांसलर पर लगाया। उन्होंने कहा है कि यदि इन आरोपियों को सजा न हुई तो विद्यार्थी जल्द ही संघर्ष शुरू करके...
पटियाला(जोसन): सैकुलर यूथ फैडरेशन ऑफ इंडिया (सैफी) ने पिछली सरकार दौरान अधिकारियों द्वारा पंजाबी यूनिवर्सिटी में हुए घोटालों के आरोपियों को बचाने का आरोप वाइस चांसलर पर लगाया। उन्होंने कहा है कि यदि इन आरोपियों को सजा न हुई तो विद्यार्थी जल्द ही संघर्ष शुरू करके चक्का जाम करेंगे। सैफी पार्टी के सरपरस्त पुष्पिन्दर सिंह और पूर्व प्रधान हरविन्दर संधू ने कहा कि वाइस चांसलर कर्मचारियों और विद्यार्थियों को गुमराह कर रहा है। वाइस चांसलर झूठ बोल रहा है कि जितनी जांच रिपोर्टें हैं वे सील की हुई हैं।
कार्यकारी वाइस चांसलर अनुराग वर्मा ने इन रिपोर्टों पर कार्रवाई करने के लिए लिखा था और यूनिवर्सिटी व कांस्टीच्यूट कालेजों के 25 के करीब लैक्चरारों को नोटिस भी निकाला गया था, कि इन 15 दिनों के अंदर वे अपना जवाब पेश करें। इसके अलावा 9 लैक्चरार वे हैं जिन्होंने गलत एस.सी.बी.सी. का सर्टीफिकेट लगाकर नौकरियां ली थीं। उन पर भी कार्रवाई करने को लिखा गया था। इसके अलावा 65 लैक्चरार वे हैं जो अपनी योग्यता पूरी नहीं करते हैं।
यूनिवर्सिटी में फर्नीचर जो भ्रष्ट अधिकारियों ने कबाड़ के रेट में दिया वह विदेशों में करोड़ों रुपए का बिक रहा है। इस रिपोर्ट पर भी कार्रवाई करने के लिए लिखा था और एग्जामीनेशन में महंगा सॉफ्टवेयर खरीदने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने के लिए जांच रिपोर्ट पर लिखा था, परन्तु किसी भी जांच रिपोर्ट पर कोई भी कार्रवाई मौजूदा वाइस चांसलर ने नहीं की।उन्होंने कहा कि सिंडीकेट में यह फैसला हुआ था कि इन रिपोर्टों की जांच के लिए कोई 2 जज या सिविल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी परन्तु महीना होने वाला है, वाइस चांसलर की तरफ से ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
विद्यार्थी राजनीति करने की बजाय अपनी पढ़ाई की तरफ ध्यान दें : वाइस चांसलर
पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाक्टर बी.एस. घुम्मन ने इस संबंधी कहा है कि अच्छा होगा कि विद्यार्थी राजनीति करने की बजाय पढ़ाई की तरफ ध्यान दें जिससे इस विद्या के मंदिर को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सिंडीकेट ने इस संबंधी एक सदस्यता जांच कमीशन बनाने के लिए प्रस्ताव पास किया है। इस संबंधी कार्रवाई जारी है और जल्द यह कमीशन कायम कर देंगे। उन्होंने कहा कि वह पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं और जल्द ही सबके सामने इसके नतीजे भी होंगे।