Edited By swetha,Updated: 10 Feb, 2019 11:22 AM
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा अध्यापकों को न मिलने का समय देकर 10वीं बार फिर से मीटिंग से मुकरने पर भड़के अध्यापकों ने अध्यापक संघर्ष कमेटी पंजाब की अध्यक्षता में दोबारा से 10 फरवरी को महा रैली द्वारा पटियाला शहर की ओर रुख करने की घोषणा की...
पटियाला(जोसन): मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा अध्यापकों को न मिलने का समय देकर 10वीं बार फिर से मीटिंग से मुकरने पर भड़के अध्यापकों ने अध्यापक संघर्ष कमेटी पंजाब की अध्यक्षता में दोबारा से 10 फरवरी को महा रैली द्वारा पटियाला शहर की ओर रुख करने की घोषणा की है।उधर इस रैली के मद्देनजर पुलिस ने भी कमर कस ली है और आधी रात को पुलिस ने अध्यापक नेताओं के घर दस्तक दी तथा उनको सरकारी आदेशों की उल्लंघना याद करवाई।
अध्यापक नेता टस से मस होने के लिए तैयार नहीं हैं और वे अपनी घोषणा पर डटे हुए हैं। बैठक में चर्चा करते हुए अध्यापक नेताओं ने बताया कि ई.जी.एस., ए.आई.ई, एस.टी.आर., आई.ई.वी, आई.ई.आर.टी., शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों की सेवाओं को पक्का करने की जगह दशकों से कच्चे रख कर शोषण का शिकार बनाया जा रहा है। 8886 एस.एस.ए., रमसा, आदर्श-माडल स्कूल अध्यापकों की वेतन कटौती को वापस लेने की बजाए मिलते वेतनों पर भी रोक लगाई जा रही है। विभागी 5178 अध्यापकों को नियुक्ति पत्र की शर्तों अनुसार भी रैगुलर करने का नोटिफिकेशन जारी करने से इंकार किया जा रहा है।
अध्यापक संघर्ष कमेटी द्वारा किए फैसले अनुसार शिक्षा सचिव का राज्य में हर जगह काली झंडियां दिखा कर विरोध किया जाएगा। 13 फरवरी को यू.टी. और पंजाब कर्मचारी तथा पैंशनर्ज संघर्ष कमेटी के आह्वान पर मोहाली में होने जा रहे प्रदर्शन में अध्यापक संघर्ष कमेटी द्वारा हिस्सा लेने का फैसला भी किया गया है। इस मौके दविन्द्र सिंह पूनिया, मनोज घई, प्रवीन कुमार, अनूप शर्मा, सुरिन्द्र कंबोज, हरदीप टोडरपुर, गुरप्रीत सिंह, सुखजिन्द्र हरीका, जगसीर सहोता, जोगा सिंह, करमिन्द्र सिंह, परमवीर सिंह, दविन्द्र बङ्क्षठडा, शमशेर सिंह, बलजीत सिंह, मुहम्मद आरिफ के अतिरिक्त विक्रम देव सिंह, कुलदीप दौड़का, दीदार सिंह पटियाला, भुपिन्द्र सिंह, अवतार खेड़ीमानिया, गुरिन्द्र गुरी आदि मौजूद थे।