Edited By Vatika,Updated: 14 Jul, 2018 01:54 PM
पंजाब विधानसभा विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने कहा कि जस्टिस महताब सिंह गिल की जांच रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में बदलाखोरी के कारण गलत एफ.आई.आर. दर्ज हुई हैं जो यह साबित करता है कि पंजाब में पुलिस के ‘डंडे का राज’ है।
पटियाला/रखड़ा (राणा) : पंजाब विधानसभा विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने कहा कि जस्टिस महताब सिंह गिल की जांच रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में बदलाखोरी के कारण गलत एफ.आई.आर. दर्ज हुई हैं जो यह साबित करता है कि पंजाब में पुलिस के ‘डंडे का राज’ है।
जब राजजीत सिंह की डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा जैसे बड़े ताकतवर लोगों के साथ सीधी मिलीभगत साबित हुई है तो इसका मतलब है कि जस्टिस गिल कमीशन को पक्के तौर पर पंजाब में होना चाहिए क्योंकि यहां नशे से लेकर हर तरह का अपराध ताकतवर पुलिस अफसरों की मिलीभगत के साथ पनप ही नहीं रहा बल्कि पंजाब को अपराध का अड्डा बना रहा है। खैहरा आज पटियाला में वालंटियरों और नेताओं के साथ बैठक करने के लिए आए थे। खैहरा ने कहा कि मलोट रैली में अकालियों ने पगड़ी और लंगर की तौहीन करवाई है। अकाली दल ने नरेन्द्र मोदी के सिर पर पगड़ी रखी और उन्होंने 5 सैकेंड में ही पगड़ी उतार कर रख दी, इसलिए अकाली दल की लीडरशिप को अकाल तख्त पर तलब करके पूछा जाना बनता है।
उन्होंने कहा कि 3 लाख मुलाजिमों के डोप टैस्ट पर 18 करोड़ रुपए खर्चा आएगा जबकि जो संदिग्ध लोग हैं, चाहे वह कोई भी हो, उनका अचानक डोप टैस्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैंस भाई पंजाब के पक्ष में लड़ रहे हैं व्यक्तिगत तौर पर वह उनके साथ हैं। इस दौरान उप प्रधान करणवीर सिंह टिवाणा, जिला प्रधान ज्ञान सिंह मुंगो, गुरदेव सिंह देव मान नाभा, जगतार सिंह राजला समाना, स्वर्णजीत दोदा, मेघ चंद शेरमाजरा, गोल्डी लादेन आदि नेे भी अपने विचार व्यक्त किए।