Edited By swetha,Updated: 21 Aug, 2018 10:51 AM
बेअंत सिंह कत्ल केस में फांसी की सजा याफ्ता बलवंत सिंह राजोआणा के साथ आज बाद दोपहर केंद्रीय जेल पटियाला में 3 तख्तों के जत्थेदार साहिबानों ने आधा घंटा मुलाकात की। इनका नेतृत्व अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह खालसा ने किया।
पटियाला (बलजिन्द्र): बेअंत सिंह कत्ल केस में फांसी की सजा याफ्ता बलवंत सिंह राजोआणा के साथ आज बाद दोपहर केंद्रीय जेल पटियाला में 3 तख्तों के जत्थेदार साहिबानों ने आधा घंटा मुलाकात की। इनका नेतृत्व अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह खालसा ने किया।
उनके साथ तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह भी थे। राजोआणा ने उनको एक लिखित पत्र भी दिया है, जिसमें क्या लिखा है, इस बारे कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है। मुलाकात के बाद बाहर आकर अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि राजोआणा लगातार 23 साल से जेल में बंद है, लिहाजा उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में तबदील कर देना चाहिए।