Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 08:43 AM
रेलवे ने आवारा जानवरों को रोकने व अन्य दुर्घटनाओं को कम करने के लिए फैंसिंग लगाने का काम तो कर लिया है पर आने वाले दिनों में यह फैंसिंग उखाड़ी जा सकती है। तकनीकी पहलू से देखा जाए तो यह फैंसिंग इलैक्ट्रीफिकेशन और डबल लाइन प्रोजैक्ट के बीच में आ रही...
पटियाला(प्रतिभा): रेलवे ने आवारा जानवरों को रोकने व अन्य दुर्घटनाओं को कम करने के लिए फैंसिंग लगाने का काम तो कर लिया है पर आने वाले दिनों में यह फैंसिंग उखाड़ी जा सकती है। तकनीकी पहलू से देखा जाए तो यह फैंसिंग इलैक्ट्रीफिकेशन और डबल लाइन प्रोजैक्ट के बीच में आ रही है। जब भी इन दोनों कामों में से एक भी काम शुरू होगा, इस फैंसिंग को हटा दिया जाएगा। ऐसे में रेलवे विशेषज्ञों का कहना है कि इस फैंसिंग पर फिर फंड क्यों खराब किया जा रहा है।
हालांकि डी.एम.डब्ल्यू. सड़क की तरफ जो फैंसिंग लगाई गई है, वह तकरीबन पूरी हो गई है लेकिन अब दूसरी तरफ की फैंसिंग को बीच में रोक दिया गया है। इसकी वजह यह है कि रेलवे अथॉरिटी रेल लाइन को बदल रही है। इसके लिए 2 हजार फुट तक की रेल लाइन बदलने के निर्देश हैं, जिसके तहत यहां भी रेल लाइन बदली जा रही है।
स्टीम इंजन के समय की लगी हुई इस रेल लाइन को बदला जा रहा है क्योंकि यह काफी मिट्टी में धंस चुकी है। इसके अलावा नीचे की तरफ से इसमें जंग भी लग चुका है। ऐसे में फैंसिंग का काम अभी चल रहा था कि यह काम भी शुरू कर दिया गया। साथ ही यहां कांटा भी बदला जाना है तो फैंसिंग का काम नहीं हो सकता।
वैसे तो डी.एम.डब्ल्यू. की तरफ से रेलवे स्टेशन तक रेल लाइन की दोनों ओर से ही फैंसिंग लगाने का काम चल रहा है। पहले यह फैंसिंग रेलवे स्टेशन से पहले बने कैबिन तक ही लगनी थी पर अब इसे एक्सटैंड किया जा रहा है। लेकिन दूसरी तरफ जो कॉलोनी है, वहां वाली फैंसिंग लगाने के काम को रोका गया है। ऐसे में जानवर फिर से ट्रैक पर ही घूम रहे हैं जबकि इसका मकसद यही था कि जानवरों को ट्रैक पर आने से रोका जाए ताकि दुर्घटनाएं न हो सकें।
इतना ही नहीं फैंसिंग पर 4 लाख रुपए के करीब पैसा खर्चा जा रहा है। इलैक्ट्रीफिकेशन और डबल लाइन के काम के दौरान इसे उखाड़ा जाएगा। लेकिन अहम बात यह भी है कि पिछले साल शुरू हुए प्लेटफॉर्म पर एक्सटैंशन का काम चल रहा है पर डबल लाइन प्रोजैक्ट में इस प्लेटफॉर्म को भी तोड़ा जा सकता है अगर इसकी वजह से कोई भी दिक्कत प्रोजैक्ट में होती है। वहीं इलैक्ट्रीफिकेशन और डबल लाइन प्रोजैक्ट का काम देख रही कंपनी रेलवे विकास निगम लिमिटेड को अभी इस बारे में जानकारी नहीं है कि यहां फैंसिंग लगाई गई है।