Edited By swetha,Updated: 11 Feb, 2019 09:03 AM
रैगुलर करने की मांग पर अड़ी नर्सों व एन्सिलरी स्टाफ ने घोषणा की कि अगर सरकार ने उन्हें रैगुलर नहीं किया तो वे यहीं पर अपनी जान दे देंगी। वहीं दूसरी ओर पिछले 72 घंटे से मरण व्रत पर बैठी 4 नर्सों की तबीयत बिगडऩी शुरू हो गई है। आज भी पूरा दिन नॄसग...
पटियाला (बलजिंद्र, अत्री,जोसन): रैगुलर करने की मांग पर अड़ी नर्सों व एन्सिलरी स्टाफ ने घोषणा की कि अगर सरकार ने उन्हें रैगुलर नहीं किया तो वे यहीं पर अपनी जान दे देंगी। वहीं दूसरी ओर पिछले 72 घंटे से मरण व्रत पर बैठी 4 नर्सों की तबीयत बिगडऩी शुरू हो गई है। आज भी पूरा दिन नॄसग स्टाफ काम छोड़ कर हड़ताल पर बैठा रहा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर नर्सिंग एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है। उनकी भर्ती पूरी पारदर्शिता से और मैरिट के आधार पर हुई है।
पहले अकाली-भाजपा सरकार ने उनको अंधविश्वास में रखा और कांग्रेस सरकार भी उनकी नहीं सुन रही। उन्होंने बताया कि सरकार में आने से पहले पूर्व विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर और खुद मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने उनसे वायदा किया था कि सरकार बनते ही उन्हें रैगुलर कर दिया जाएगा, पर 2 साल बीत जाने के बावजूद उनकी सुनवाई करने के लिए कोई तैयार नहीं है।
हड़ताल के कारण मरीज परेशान
नर्सिंग एसोसिएशन के नेताओं ने बताया कि अब वे धरने से तब तक नहीं उठेंगी जब तक उन्हें रैगुलर नहीं किया जाता। वर्णनीय है कि नर्सों की ओर से काम छोड़ कर हड़ताल की जा रही है जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि गत दिन कुछ नर्सों को माता कौशल्या अस्पताल से बुलवाया गया था, पर वहां से भी सिर्फ 5 ही नर्सें आईं, जिससे काम नहीं चल सका। अगर यह हड़ताल इसी तरह जारी रही तो निश्चित तौर पर सरकार को काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।