Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 10:16 AM
सरकारी आयुर्वैदिक कालेज में वार्षिक चैकिंग के लिए सैंटर काऊंसिल ऑफ इंडियन मैडीसिन (सी.सी.आई.एम.) की 2 सदस्यीय टीम जांच करने पहुंची। टीम में चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वैदिक चर्क संस्थान दिल्ली के डा. ए.एन. तिवाड़ी और डा. भरत बोयार शामिल हैं।
पटियाला(बलजिन्द्र): सरकारी आयुर्वैदिक कालेज में वार्षिक चैकिंग के लिए सैंटर काऊंसिल ऑफ इंडियन मैडीसिन (सी.सी.आई.एम.) की 2 सदस्यीय टीम जांच करने पहुंची। टीम में चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वैदिक चर्क संस्थान दिल्ली के डा. ए.एन. तिवाड़ी और डा. भरत बोयार शामिल हैं।
टीम ने कालेज और अस्पताल दोनों का दौरा किया। टीम द्वारा कालेज में कितना स्टाफ है, कौन सी सुविधाएं दी जा रही हैं, क्या विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए उचित उपकरण व अस्पताल में मरीज हैं आदि की जांच की गई व कालेज को आने वाले सैशन में विद्याॢथयों की एडमिशन की इजाजत दी जा सके। टीम ने मैडीसिन स्टाफ, मरीजों के रिकार्ड रजिस्टर, अस्पताल की ओ.पी.डी. व इनडोर मरीजों की संख्या और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं की जांच की।
टीम द्वारा जांचा गया कि कालेज द्वारा सी.सी.आई.एम. के नियमों अनुसार योग्य टीचर और अस्पताल में उचित सुविधाएं हैं या नहीं। टीम ने दिन भर जांच के बाद कहा कि उन्होंने जो कुछ देखा उसकी सारी रिपोर्ट सी.सी.आई.एम. की है। यहां उल्लेखनीय है कि टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही सी.सी.आई.एम. द्वारा अलग-अलग कोर्सों की सीटें निर्धारित की जाएंगी और कालेज को सुविधा के अनुसार सीटों पर एडमिशन करने की इजाजत दी जाएगी।
कालेज में उचित सुविधाएं न होने के कारण साल 2011-12, 2012-13, 2013-14 में सी.सी.आई.एम. द्वारा एडमिशन करने की इजाजत नहीं दी गई थी। वर्ष 2014-15 में फिर से एडमिशन देने की इजाजत दी गई थी। इस समय कालेज में आयुर्वैदिक मैडीसिन और अन्य कोर्सों की कुल 40 सीटें हैं, जिनके 32 अध्यापकों का होना जरूरी है। कालेज में इस समय 9 रैगुलर टीचर हैं और 15 टीचर कान्ट्रैक्ट पर काम कर रहे हैं। नियमों के अनुसार अभी भी 8 टीचरों की कमी है।